हिमाचल किसान ने चियोग के अग्नि पीड़ित परिवारों को दी राहत राशि को बताया नाकाफी

डॉ कुलदीप सिंह तंवर के नेतृत्व में टीम ने प्रभावितों से की भेंट

चियोग बाजार में लगी आग से हुई क्षति का जायजा लेते हुए डॉ कुलदीप सिंह तंवर के नेतृत्व में गयी टीम ने प्रभावितों को ढाढस बंधाते हुए सरकार एवं प्रशासन से आगजनी तथा ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं के लिए दिए जाने वाले मुआवजे को बाबा आदम के जमाने का बताया जो ऊंट के मुंह मे जीरे के समान है।
डॉ तंवर ने आज के मंहगाई के दौर मे प्रभावित परिवारों के साथ सरकार के इस भद्दे मज़ाक की आलोचना की तथा आने वाले मौनसून सत्र में इन्हें बदलने की मांग की।
डॉ तंवर ने इस घटना के मद्देनजर तीन प्रमुख मांगों को सरकार के समक्ष उठाया :-
1 प्राकृतिक आपदाओं खासकर आगजनी एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे को वर्तमान बाजार भाव की दरों पर तय किया जाय।
2 पूरे ठियोग निर्वाचन क्षेत्र की 59 पंचायतों में केवल एक फायर पोस्ट होने के कारण यथासमय सुविधायें नहीं मिलती हैं, अतः ठियोग में फायर स्टेशन स्थापित होना चाहिये जिससे इस प्रकार के हादसों के दौरान बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
3 इस फागु-चियोग केचमेंट क्षेत्र से गिरी से शिमला के लिए जाने वाले पानी पर पहला अधिकार स्थानीय जनता का होना चाहिए, तथा इस क्षेत्र के लिए कम से कम एक एम.एल.डी. (10 लाख लीटर प्रतिदिन) पानी उपलब्ध कराया जाय।

डॉ तंवर ने स्थानीय जनता व जन प्रतिनिधियों से भी प्रभावित परिवारों की मदद करने की अपील की है।
किसान सभा की टीम में जिलाध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर, इस जोन के प्रभारी सुरेश शर्मा, होशियार सिंह भी मौजूद थे।

 

Related posts

Leave a Comment