हिमाचल में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई हैं। कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता एक दूसरे पर टिक्का टिप्पणियां कर रहे हैं। वहीं कुछ नेता दूसरों पर व्यक्तिगत आक्षेप भी कर रहे हैं। बीते दिनों
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जनसभाओं में एक दूसरे पर तीखे हमले किए हैं। अब सरकार के दो मंत्रियों ने विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री पर मर्यादाहीन बयानबाजी करने के आरोप लगाए हैं। दोनों मंत्रियों ने नेता विपक्ष को मर्यादा में रहकर बयानबाजी करने की नसीहत दी हैं।
वन एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने सयुंक्त प्रेस वार्ता कर नेता विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे घटिया स्तर की राजनीती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि पहले भी वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल के बीच बयानबाजी होती थी लेकिन इस स्तर की बयानबाजी कभी नहीं हुई। उन्होंने साफ कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने मुकेश अग्निहोत्री के परिवार पर कोई टिपण्णी नहीं की हैं। जयराम ठाकुर ने मुकेश अग्निहोत्री के हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल के संबंध में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हेलीकॉप्टर किसी के परिवार का नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हेलीकाप्टर का कोई दुरूपयोग नहीं किया है। हेलीकाप्टर में सहेलियां शब्द का इस्तेमाल कर मुकेश अग्निहोत्री ने महिलाओं का अपमान किया है। यह अमर्यादित और असंसदीय भाषा है।
उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अग्निहोत्री कह रहे हैं कि सीएम जयराम ठाकुर को ओक ओवर खाली करना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि ओक ओवर सीएम की सरकारी कोठी है, इसे कांग्रेस नेता के कहने से खाली नहीं किया जाएगा।
राकेश पठानिया ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री बनने की होड़ मची हुई हैं। नेता विपक्ष पार्टी अध्यक्ष नहीं बन पाए जिसकी निराशा में वह इस तरह की बयानबाजी कर असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
पठानिया ने कहा कि अगर कांग्रेस के नेता आक्रोश में आकर बयानबाजी देते रहे तो उनको इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने चूड़िया नहीं पहनी हैं, वे इसका कड़ा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री को सीएम जयराम ठाकुर पर की बयानबाजी के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए।