हिमाचल प्रदेश के पारम्परिक एवं अनछुए पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आमद के लिए माउंटेन बाइकिंग एक्सपेडिशन जैसे आयोजन अत्यंत प्रभावशाली भूमिका अदा करते हैं। यह विचार आज मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश सरकार राम सुभाग सिंह ने होटल पीटरहॉफ में शिमला से जंजैहली माउंटेन बाइकिंग साइकिल रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए व्यक्त किए।
उन्हांेने कहा कि इन आयोजनों से जहां साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलता है वहीं पर्यटन की दृष्टि से अनेक अनछुए क्षेत्र परिदृश्य पर उभरते हैं जहां पर्यटकों को ले जाने के लिए अनेक संभावनाओं को विकसित किया जा सकता है।
उन्हांेने कहा कि प्रदेश सरकार व पर्यटन विभाग पर्यटकों को ऐसे अनछुए क्षेत्रों तक सुविधाएं प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है तथा विभिन्न क्षेत्रों मंे पर्यटकों के लिए अधोसंरचना विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश साइकिलिंग का परमश्रेष्ठ केन्द्र बनकर उभरे इसके लिए कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में समरहिल शिमला में स्थल विकसित किया जा रहा है। अनेक साइकिलिंग अभियानों के लिए प्रदेश में विभिन्न रास्तों का विकास करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि चार दिवसीय साइकिल प्रतियोगिता, 180 किलोमीटर की दूरी तय करेगी तथा इस प्रतियोगिता में लगभग 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य राज्य के अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करना और पर्यटकों को इन मनमोहक स्थलों की ओर आकर्षित करना है, जिससे ग्रामीण आर्थिकी को संबल प्रदान होगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार और पर्यटन विभाग साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्प है और कौशल विकास के तहत ग्रामीण युवाओं को साहसिक खेलों के प्रति आकर्षित किया जा रहा है, जिससे वे पर्यटन व्यवसाय से आय अर्जित कर सके।
इससे पूर्व पर्यटन विभाग के निदेशक अमित कश्यप ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा पर्यटन विभाग की गतिविधियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर राज्य माउंटेन बाइकिंग संघ के अध्यक्ष मोहित सूद, अतिरिक्त निदेशक पर्यटन मनोज शर्मा, पर्यटन विभाग के उप-निदेशक संजय भगवती, पार्षद डाॅ. किमी सूद व पर्यटन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।