घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 50 रु0 प्रति सिलेडर बढ़ाकर तोड़ी आम आदमी की कमर
मंहगाई पर अंकुश लगाने में सरकार नाकाम, चुनावों में जनता देगी करारा जवाब
शिमला
जिला कांग्रेस कमेटी (शिमला ग्रामीण) के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों की कड़े शब्दों में आलोचना की है। छाजटा ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के राज में आम आदमी का जीना दुभर हो गया है।
छाजटा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 79 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी। डीजल के रेट की बात करें तो इसमें भी 70 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई। पेट्रोलियम पदार्थों के दाम में 24 घंटे बाद इस तरह बढ़ोतरी की जा रही है, ताकि सबको यही लगे कि पेट्रोल व डीजल पैसों में बढ़ा है, जबकि पैसों में नहीं दो बार बढ़ने से पेट्रोल 1.57 रुपए और डीजल 1.42 रुपए महंगा हो गया। ऐसे में यह वृद्धि सिर्फ और सिर्फ 24 घंटे के दौरान ही हुई है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर सरकार ने दिखा दिया है कि उसे आम आदमी की कोई फिक्र नहीं है। 5 राज्यों के चुनावी नतीजे आने के बाद पेट्रोल और घरेलू गैस के दाम बढ़ाए गए हैं।
छाजटा ने कहा कि केंद्र सरकार मंहगाई को नियंत्रित करने में पूरी तरह नाकामयाब रही है। बाजार में हर चीज महंगी है आम व गरीब परिवार के लोगों की पहुंच से बाहर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले कीटनाशक दवाओं और खाद की कीमतों को बढ़ा कर किसानों और बागवानों की कमर तोड़ी अब रोजमर्रा की चीजों के साथ खाने पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ा कर जनता पर मंहगाई का एक और बोझ थोप दिया है।
छाजटा ने कहा कि बाजार में तेल, डालडा व दूध के दामों में वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसे में अब लोगों को इन वस्तुओं की खरीददारी पर अधिक रुपयों का भुगतान करना पढ़ेगा। जिसका सीधा सा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बाजार में खाद्य तेल रिफाइंड 20 और वनस्पति घी के दाम में 30 रुपये प्रति किलो बढ़ोतरी हुई हैं। रिफाइंड तेल का एक लीटर का पैक जो पहले 130 रुपये में था, अब नई दरों के बाद 150 में बिक रहा है। वहीं वनस्पति घी का एक किलो का पैक 140 से 170 रुपये में बिक रहा है। उन्होने कहा कि पैकेट बंद दूध एक मार्च से दो रुपये महंगा हो गया है। कंपनी ने आधा लीटर से छह लीटर तक के पैकेट के दामों में दो रुपये का इजाफा किया है।
उन्होंने कहा कि जब से केंद्र व प्रदेश में भाजपा शासित सरकारें आई है मंहगाई लगातार बढ़ रही है। सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह हर वर्ग को राहत दे, सरकार के रवैये से ऐसा नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले नगर निगम और विधानसभा चुनावों में जनता इसका करारा जवाब देगी।