एनएसयूआई ने राजयपाल से प्रदेश विश्वविद्यालय में की गई भर्तियों की न्यायिक जांच की मांग की

एनएसयूआई ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

शिमला।
एनएसयूआई ने प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति व विश्वविद्यालय में भर्तियों की न्यायिक जांच की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में एनएसयूआई का एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर यह मांग की। एनएसयूआई ने RUSA छात्रों की परेशानियों के बारे में भी अवगत करवाया। छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि कुलपति 2016से 2018 तक BJP मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे ,उनकी इन सेवाओं के लिए उन्हे कुलपति बनाकर अधिनियम 35.20 को भंग किया है। इससे पूर्व इस अधिनियम के साथ छेड़छाड़ करने वाले प्रोफेसर को नौकरी से निष्कासित किया गया था। उन्होंने कहा कि अगर कुलपति को नहीं हटाया गया तो एनएसयूआई इस मामले में चुनाव आयोग के पास जाकर केस दर्ज करवाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि एचपीयू में भर्ती घोटाला हुआ है, इसकी भी न्यायिक जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में New Rusa बैच के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है RUSA छात्रों लगभग 6 वर्षों डिग्री नहीं मिली है जिसका ज़िम्मेवार
एचपीयू प्रशासन व ईआरपी सिस्टम की ख़ामियां है। छतर सिंह ठाकुर ने कहा कि RUSA छात्रों के भविष्य को देखते हुए re -assessment पोर्टल खोला जाना चाहिए व डिग्री पास करने का एक मौक़ा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर विश्वविद्यालय कुलपति की नियुक्ति रद्द व Rusa छात्रों के लिए कोई नीति नहीं बनाई तो उनका संगठन उग्र आंदोलन करेगा। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश अध्यक्ष के इलावा एचपीयू परिसर अध्यक्ष प्रवीण मिनहास, अभय ठाकुर व महेश ठाकुर मौजूद रहे।

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