प्रधानमंत्री, अमित शाह नहीं बचा पाएंगे जयराम सरकारः सुक्खू

शिमला
कांग्रेस प्रचार कमेटी के चैयरमैन सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल से जयराम सरकार का जाना तय है. भाजपा हाईकमान भी इस सच्चाई को जान चुका है. भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी जान चुका है कि जयराम सरकार की हिमाचल से विदाई तय है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और भाजपा के दूसरे बड़े नेताओं की हिमाचल की दौड़ लगी हुई है. ये नेता रैलियां करने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन हिमाचल की जनता इनको कोई त्वजो नहीं दे रही.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है जयराम सरकार के कुशासन ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं हिमाचल की गलियों और चौराहों पर नुक्कड़ सभाएं करने को मजबूर कर दिया है. उन्होंने कहा कि जयराम सरकार ने पांच सालों में हर वर्ग को परेशान किया है. फिर चाहे सरकारी कर्मचारी हो या किसान, बागवान हो. जयराम सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग त्रस्त हुआ है. कर्मचारी लंबे अरसे से जयराम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. स्थाई कर्मचारियों के साथ-साथ आउटसोर्स सहित दूसरे अस्थाई कर्मचारियों की जयराम सरकार ने पूरी तरह से अनदेखी की है. सेब की बागवानी के लिए अपनी पहचान रखने वाले हिमाचल में बागवान सड़कों पर उतरने को मजबूर हुए हैं. दूसरे फलों की पैदावार और खेती करने वाले बागवान किसान भी जयराम सरकार के कार्यकाल में हाशिए पर रहे हैं. खादों और दवाईयों के दाम बढ़ाकर केंद्र और हिमाचल की जयराम सरकार ने किसानों बागवानों के हित्तों पर चोट करने की कोशिश की है, यही वजह है कि आज केंद्र स्तर के नेताओं को हिमाचल में जगह जगह वोट मांगते हुए देखा जा सकता है. यह पहली दफा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जैसे बड़े नेता हिमाचल की गलियों में आकर वोट मांग रहे हैं, लेकिन हिमाचल की जनता उनको कोई तरजीह नहीं दे रही.

पांच सालों में काम किया होता तो यह नौबत नहीं आती
सुखविंदर सुक्खू ने कहा है कि जयराम ठाकुर पांच साल में अपने अहम में रहे और प्रदेश में विकास उनकी प्राथमिकता में नहीं रहा. मुख्यमंत्री का अपने मंत्रिमंडल तो दूर अफसरों पर कोई पकड़ नहीं रही. यही वजह है कि वे पांच सालों में लगातार अधिकारियों के तबादलों में व्यस्त रहे, हालात यह रही है कि आधा दर्जन मुख्य सचिवों को बदलना गया , लेकिन फिर भी जयराम सरकार की अधिकारियों पर पकड़ ढीली रही. प्रशासन पर ढीली पकड़ के चलते हिमाचल में लोगों के काम नहीं हो पाए. मुख्यमंत्री अपने आदेशों का पालन तक नहीं करवा पाए. यही वजह है कि प्रदेश के लोगों में भाजपा के खिलाफ भारी नाराजगी है और यह चुनावी में देखना तय है.

एकजुटता का दावा करने वाली पार्टी के अध्यक्ष अपने गृह क्षेत्र में बगावत नहीं कर पा रहे कंट्रोल
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी एकजुटता के बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन इन चुनावों में भाजपा के नेताओं ने ही पार्टी में बुरी तरह से बगावत कर रखी है. पार्टी में किस तरह से घमासान छिड़ा है यह इस बात से साबित हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हस्तक्षेप कर रहे हैं, मगर उनकी भी कोई सुन नहीं रहा. उन्होंने कहा कि खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर में बगावत पार्टी को झेलनी पड़ रही है. प्रदेश में दूसरी जगह पर भी पार्टी के नेता अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.
जयराम ठाकुर अपने पार्टी के अंदर अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरे गुट भी जयराम को सबक सिखाने का मौका देख रहे हैं.
सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि भाजपा कितना भी कितना भी जोर लगा दे, पांच सालों में जो कुशासन हिमाचल की जनता ने झेला है, उसका बदला लेने के लिए वह तैयार बैठी है. आने वाले विधानसभा चुनावों में जनता भाजपा को सता से बाहर करेगी और कांग्रेस को सता में लाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी वर्गों से किए वादों को निभाएगी और उनको राहत देने के लिए हर संभव कदम उठाएगी.

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