एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री नंद लाल शर्मा ने बताया कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पहली तिमाही के लिए अब तक का सबसे अधिक राजस्व और कर पश्चात लाभ (पीएटी) दर्ज किया है। कंपनी ने 607.79 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ अर्जित किया, जबकि 1070.50 करोड रुपए का राजस्व अर्जित किया है। इससे पहले सबसे अधिक दर्ज राजस्व और पीएटी वित्त वर्ष 2015-16 में थे, जब वे क्रमशः 920.35 करोड़ रुपये और 484.43 करोड़ रुपये थे।
शिमला में आयोजित कंपनी की बोर्ड बैठक के बाद बोलते नन्द लाल शर्मा ने कहा कि कर पश्चात लाभ में यह वृद्धि पिछले वित्तीय वर्ष की समतुल्य तिमाही के दौरान 339.54 करोड रुपए से 79 प्रतिशत अधिक बैठती है। एसजेवीएन ने अपने कुल राजस्व में 368.12 करोड रूपए की वृद्धि दर्ज की है जो जून 2022 की तिमाही में 1070.50 करोड रुपए हो गया है जो कि 52.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है यह राजस्व जून, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान 702.38 करोड रूपए था।
श्री शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन की नेटवर्थ पिछले वर्ष की 13100.97 करोड़ रूपए की तुलना में वर्ष 2022-23 की प्रथम तिमाही के अंत पर बढ़कर 13735.99 करोड़ हो गई है । इस तिमाही के दौरान एसजेवीएन का प्रति शेयर आय पिछले वर्ष की प्रथम तिमाही की तुलना में 80.23 प्रतिशत बढ़ गई है । इसी तरह कंपनी के कर पूर्व लाभ (पीवीटी) में 52.69 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है । कंपनी ने जून को समाप्त प्रथम तिमाही के दौरान शानदार वित्तीय प्रदर्शन करते हुए प्रचालनों से कुल 1006.25 करोड़ रूपए राजस्व अर्जित किया है ।
नन्द लाल शर्मा ने यह भी बताया कि यह एसजेवीएन के लिए एक गर्व का क्षण के रूप में राजस्थान सरकार राज्य में 10000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा विकसित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत हो गई है। इसके अलावा एसजेवीएन ने महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) द्वारा ई-रिवर्स नीलामी के माध्यम से 200 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना भी हासिल की है।
नन्द लाल शर्मा ने यह भी कहा कि पाइपलाइन में 50 से अधिक परियोजनाओं के साथ एसजेवीएन विद्युत मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए एसजेवीएन हेतु निर्धारित 8000 करोड़ रुपये के कैपेक्स संबंधी लक्ष्य को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।