ज़री में उप-तहसील और भुंतर में नया विकास खण्ड खोलने की घोषणा की
कुल्लू।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा कुल्लू जिला के विधानसभा क्षेत्र कुल्लू में लगभग 40 करोड़ रुपए लागत की 14 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री खराब मौसम के कारण आज कुल्लू विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर नहीं जा पाये।
जय राम ठाकुर ने तहसील कुल्लू के खराहल गांव में एक करोड़ 97 लाख रुपए की लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना तलोगी, मटारना और तराकड़ा के सुधार कार्य, भुंतर तहसील में 1.01 करोड़ रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना (एलआईएस) पिरडी और ग्राम पंचायत चैंग में 1.05 रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना फाटी चैंग का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने 35.05 करोड़ रुपए लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए। इसमें ग्राम पंचायत चैपारसा में 1.71 करोड़ रुपए की लागत से लग वैली के शेष बचे गांव के लिए जलापूर्ति योजना, 5.67 करोड़ रुपए की लागत से ग्राम पंचायत मानगढ़ में जलापूर्ति योजना समालग, ग्राम पंचायत मशणा में जलापूर्ति योजना मशणा, ग्राम पंचायत चैपारसा में जलापूर्ति योजना ग्रामंग, ग्राम पंचायत बरामन में जलापूर्ति योजना डूगीलग-शिलधारी और ग्राम पंचायत फलाण में जलापूर्ति योजना फलाण, 9.62 करोड़ रुपए की लागत से ब्यास नदी से 16 टंकी शिलधारा उठाऊ जलापूर्ति योजना, तहसील कुल्लू में 2.95 करोड़ रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना (एलआईएस) न्यूली-थर्मान, तहसील कुल्लू में 1.91 करोड़ रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना न्यूली-थर्मान के सीएडी कार्य, उठाऊ सिंचाई योजना शमशी के लिए 2.11 करोड़ रुपए के सीएडी कार्य, तहसील कुल्लू की मोहल खड्ड पर 4.61 करोड़ रुपए की लागत से भण्डारण टैंक व रिचार्जिंग जलाशय, 97 लाख रुपए की लागत से ग्राम पंचायत कसोल में पीडबल्यडीूएसएस छलाल, कटागला, रशोल और चोंज के अतिरिक्त नए स्रोत व सुधार, तहसील कुल्लू में 1.58 करोड़ रुपए की लागत से जलापूर्ति योजना टील-संागचन और ब्राधा के संवर्धन, 3.07 करोड़ रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना शमसी के वितरण का नवीनीकरण कार्य और तहसील कुल्लू में 83 लाख रुपए की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना जिया के सीएडी कार्य शामिल हैं।
शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से लगभग 2 वर्ष प्रभावित होने के बावजूद, राज्य सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान राज्य का समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित किया है, उन्होंने कहा कि वह राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अपने दौरों के दौरान लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपए की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य के पांगी और भरमौर क्षेत्रों के दौरे के दौरान उन्होंने लगभग 450 करोड़ रुपए की लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य के विकास के लिए प्रदेश सरकार का दृष्टिकोण बिल्कुल स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि राज्य को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्नेह और मार्गदर्शन निरन्तर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान क्षेत्र की विकासात्मक मांगों को लेकर केन्द्र सरकार हमेशा संवदेनशील रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में राष्ट्र निरन्तर प्रगति और खुशहाली के मार्ग पर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रदेश को हर सम्भव सहायता प्रदान की है।
मुख्यमंत्री ने जरी में उप तहसील और भुंतर में नया विकास खण्ड खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिजली महादेव तक रज्जू मार्ग के निर्माण के लिए प्रथम चरण की वन स्वीकृतियां प्राप्त करने के लिए मामला भेजा गया है। इसके बनने से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को व्यापक रूप से बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बिजली महादेव के लिए सड़क मार्ग को चैड़ा करने की भी घोषणा की बशर्ते इसके लिए भूमि उपलब्ध हो।
उन्होंने न्यूली माध्यमिक पाठशाला को उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने, रामशिला के समीप राष्ट्रीय उच्च मार्ग के नीचे एक पार्क विकसित करने के लिए पांच लाख रुपये देने, सियोगी सड़क के रख-रखाव के लिए तीन लाख रुपये और माता न्यूली रणी में सराय भवन निर्माण के लिए तीन लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भुबू जोत सुरंग के निर्माण के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य केन्द्रीय नेताओं के साथ मामला उठाया है। इसके निर्माण से जोगिन्द्रनगर और कुल्लू के मध्य 60 किलोमीटर से अधिक दूरी कम होगी। जय राम ठाकुर ने करींगचा में स्वास्थ्य उप केन्द्र खोलने, दोघरी स्कूल को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला का दर्जा देने की घोषणा की। उन्होंने समाणा से गुरूगग और जठाणी से मथसोर सड़कों को विकसित करने के लिए 25-25 लाख रुपये देने की भी घोषणा की, ताकि इन क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए विकसित किया जा सके। इसके अलावा, उन्होंने शीशामठी व शमशी बाई-पास के निर्माण के लिए 15 लाख रुपये और भलयाणी में सराय भवन के लिए 10 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भी मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य में विकास की गति प्रभावित न हो। उन्होंने इस दौरान लगभग 42 विधानसभा क्षेत्रों में करीब 4200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के उद्घाटन और शिलान्यास किए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री को अपना भरपूर सहयोग निरन्तर जारी रखें ताकि विकास की गति निर्बाध रूप से जारी रह सके।
कुल्लू के विधायक सुन्दर सिंह ठाकुर ने कहा कि यह प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि उन्हें ऐसा मुख्यमंत्री मिले हैं, जो उनकी विकासात्मक मांगों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहते हैं और साथ ही लोगों के सुझावों को भी महत्व देते हैं। उन्होंने क्षेत्र में करोड़ों रुपये की विकास योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
पूर्व सासंद महेश्वर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री क्षेत्र के लिए सभी विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिला स्वयं रखना चाहते थे, परन्तु खराब मौसम के कारण उन्हें वर्चुअल माध्यम से शिमला से यह परियोजनाएं जनता को समर्पित करनी पड़ी। उन्होंने मुख्यमंत्री से बिजली महादेव के लिए रोप-वे के निर्माण और रामशिला के निकट पार्क निर्मित करने का आग्रह किया।
विधायक बंजार सुरेन्द्र शौरी, जिला भाजपा अध्यक्ष भीम सेन, राज्य भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, एपीएमसी के सलाहकार रमेश शर्मा, भाजपा नेता युवराज बोध, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।