अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता एवं प्रदेश कांग्रेस की मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह इन चुनावों में पूरी तरह अंतर्कलह से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बगावत के सुर मुखर हो रहें है इसके चलते पार्टी के पदाधिकारी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोड़ रहें है।
आज यहां राजीव भवन में एक पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए अलका लांबा ने भाजपा पर कड़े प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। उन्होंने कहा कि भाजपा के अंदर परिवारवाद चरम पर है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिये घोषित प्रत्याशियों की सूची में पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि धर्मपुर में जल शक्ति मंत्री के घर टिकट को लेकर द्वंद चल रहा है,वही चम्बा सदर में एक महिला कार्यकर्ता का टिकट काट कर विधायक की पत्नी को दिया गया जो कि एक कर्मठ महिला कार्यकर्ता का घोर अपमान है।
अलका लांबा ने कहा कि भाजपा ने अगर गत पांच सालों में विकास किया होता तो उन्हें आज अपने वर्तमान विधायकों के टिकट न काटने पड़ते और अपने मंत्रियों के चुनाव क्षेत्र न बदलने पड़ते। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की विफलताओं को उजागर करता है।
अलका लांबा ने कहा कि भाजपा हाईकमान का प्रदेश के नेतृत्व से विश्वास उठ चुका है जिस कारण भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्वम् यहां बागियों को मनाने के लिये बैठना पड़ रहा है,और कार्यकर्ताओं को अनुशासन के नाम पर डराने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब सरकार रिमोट कंट्रोल पर हो और बैटरी कमजोर हो तो वह काम करना बंद कर देती है।जयराम ठाकुर वही कमजोर बैटरी है जिसका रिमोट दिल्ली में रखा है।
अलका लांबा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है और पूरी सहमति के साथ पार्टी प्रत्यशियों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्टार प्रचारक प्रदेश में चुनावी रैलियों को सम्बोधित करेंगे।
इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में शिमला नगर निगम के निवर्तमान पार्षद इंद्रजीत सिंह व दिवाकर दत्त शर्मा भी मौजूद थे।