धर्मपुर में विद्युत बोर्ड वृत्त कार्यालय, सब-जज कोर्ट और अग्निशमन केंद्र खोलने की घोषणा की
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान सिद्धपुर और चोलथरा में लगभग 980 करोड़ रुपये की 92 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण तथा शिलान्यास किए।
सिद्धपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और प्रदेश में डबल इंजन की सरकारें हिमाचल को तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की आजादी के 75वें वर्ष को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने का फैसला किया है और यह एक संयोग है कि हिमाचल प्रदेश भी अपने अस्तित्व के 75वंे वर्ष में प्रवेश कर चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश भर में 75 कार्यक्रमों के माध्यम से हिमाचल के 75 वर्ष की गौरवमयी यात्रा को मनाने का निर्णय लिया है। लेकिन, प्रदेश सरकार का यह निर्णय कांग्रेस पार्टी के नेताओं को रास नहीं आ रहा है और इन कार्यक्रमों में उमड़ रही आम लोगों की भारी भीड़ के कारण ये नेता बौखला गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेसी नेता विकास के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। वे दस गारंटी का झांसा देकर राज्य के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। जय राम ठाकुर नेे कहा कि कांग्रेस पार्टी की अपनी कोई गारंटी नहीं है और वह लोगों को दस गारंटी दे रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 के आम चुनावों में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनावों भी भारी जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2019 के आम चुनावों में भी नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने वर्ष 2014 में मिली 282 सीटों के मुकाबले 303 सीटें जीतकर दोबारा प्रचंड बहुमत हासिल किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर में भी विधानसभा चुनावों में दोबारा बहुमत हासिल करके ‘मिशन रिपीट’ सुनिश्चित किया है और अब हिमाचल प्रदेश की बारी है। दोबारा सत्ता में न आने के रिवाज को तोड़ने की बारी अब हिमाचल की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उदारता से हिमाचल को बहुत लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लिए 800 करोड़ रुपये की विशेष सहायता के अलावा, केंद्रीय परियोजनाओं में 90ः10 का अनुपात बहाल करके केंद्रीय वित्त पोषण में राज्य का विशेष श्रेणी का दर्जा बहाल किया। उन्होंने कहा कि पांच वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री ने रिकॉर्ड सात बार हिमाचल का दौरा किया है।
धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 32 वर्षों से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व एक ऐसे नेता कर रहे हैं जो सदैव विकास और जनकल्याण को समर्पित रहते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने धर्मपुर में विद्युत बोर्ड का वृत्त कार्यालय, सिविल जज न्यायालय, अग्निशमन केंद्र और कामगार कल्याण बोर्ड का उप-कार्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सरी में विज्ञान और वाणिज्य की कक्षाएं शुरू करने तथा फीहड़, चौकी और छेज ग्वाला में स्वास्थ्य उप केंद्र खोलने की घोषणा भी की।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने जिन परियोजनाओं के लोकार्पण किए, उनमें कोठुआं-चतरौन सड़क पर 1.29 करोड रुपये से निर्मित मसोत खड्ड पुल, धलौण-राख सड़क पर 1.25 करोड़ रुपये का बेली पुल, बाकर खड्ड डबल लेन पुल 10.85 करोड़ रुपये, शिवद्वाला में पैदल पुल 1.31 करोड़ रुपये, चलैला-खड़ून मार्ग पर चलैला खड्ड पुल 1.18 करोड़ रुपये, नागरिक अस्पताल संधोल का भवन 12.41 करोड़ रुपये, आईटीआई संधोल भवन 5.69 करोड़ रुपये, संयुक्त कार्यालय भवन संधोल 14.20 करोड़ रुपये, संयुक्त कार्यालय भवन टीहरा 11.93 करोड़ रुपये, नागरिक अस्पताल धर्मपुर का भवन 12.31 करोड़ रुपये, अटल आदर्श विद्यालय मढ़ी 19.01 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह मढ़ी 76 लाख रुपये, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह मंडप 96 लाख रुपये, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह बनेहरडी 95 लाख रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौरखोला का भवन 58 लाख रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मपुर का भवन 50 लाख रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रखेहड़ा का भवन 75 लाख रुपये, राजकीय उच्च पाठशाला चोलगढ़ का भवन 84 लाख रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला स्योह का भवन 50 लाख रुपये, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्योह आवासीय भवन 40 लाख रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोरला का साइंस ब्लॉक 1.09 करोड़ रुपये, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरोटी का साइंस ब्लॉक 2 करोड़ रुपये, आयुर्वेदिक औषधालय स्योह भवन 41 लाख रुपये, संधोल स्टेडियम 1.24 करोड़ रुपये और 1.36 करोड़ रुपये से निर्मित लोअर धलारा-दरूभ संपर्क मार्ग शामिल है।
मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत कमलाह और मंडप क्षेत्र के लिए 147.13 करोड़ रुपये की पेयजल योजना, 6.86 करोड़ रुपये की लागत से सिद्धपुर क्षेत्र की प्राकृतिक आपदा प्रभावित विभिन्न पेयजल योजनाओं के कार्य, ग्राम पंचायत बिंगा, समौड़ और सकलाणा के लिए उठाऊ सिंचाई योजना 16.30 करोड़ रुपये, चनेहड़ बैरी उठाऊ पेयजल योजना का उन्नयन 82 लाख रुपये, उत्कृष्टता केंद्र भवन सिद्धपुर 12.55 करोड़ रुपये, सिद्धपुर में राज्य स्तरीय प्रयोगशाला भवन 7.39 करोड़ रुपये, हाईड्रोलॉजी प्रशिक्षण केंद्र सिद्धपुर 3.03 करोड़ रुपये, टौरखोला और अन्य गांवों के लिए 109.66 करोड़ रुपये की पेयजल योजना और जल शक्ति उपमंडल टीहरा के अंतर्गत 15.58 करोड़ रुपये की लागत से सुदृढ़ की गई विभिन्न पेयजल योजनाओं के लोकार्पण भी किए।
मुख्यमंत्री ने 4.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इंडो-इजरायल उत्कृष्टता केेंद्र, इसी केेंद्र में 4 करोड़ रुपये से बने प्रशिक्षण भवन, एक करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बागवानी उप निदेशक कार्यालय सिद्धपुर भवन, 6.4 करोड़ रुपये के खुंब विकास केंद्र सिद्धपुर और सिद्धपुर में ही 1.3 करोड़ रुपये से निर्मित गेहूं के भूसे के गोदाम, तनिहार में 3.90 करोड़ रुपये से बने 33केवी विद्युत उपकेंद्र, विश्राम स्थल तनिहार 36 लाख रुपये और पपलोग में 10.91 करोड़ रुपये की लागत से बने चालक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान का उदघाटन भी किया।
मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की आधारशिलाएं भी रखीं। इन परियोजनाओं में 4.11 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली धर्मपुर-बनवार कलां सड़क, 8.29 करोड़ रुपये की बल्याली-टकरेहड़ सड़क, 8.64 करोड़ रुपये की थाना-रियूर सड़क, 8.07 करोड़ रुपये की मंडप-चौकी-कलोगा-मंगल सड़क, 8.26 करोड़ रुपये की घरवासड़ा-सजयाओ सलूरी सड़क, 10.18 करोड़ रुपये की तासलीनाला-गरली-सरी सड़क, हवाणी-स्यारल सड़क मैटलिंग-टारिंग 66 लाख रुपये, बरोग-रियूर संपर्क मार्ग 33 लाख रुपये, संपर्क मार्ग ठनकर मैटलिंग-टारिंग 87 लाख रुपये, संपर्क मार्ग भडयार मैटलिंग-टारिंग 89 लाख रुपये, संपर्क मार्ग अप्पर हवाणी मैटलिंग-टारिंग 28 लाख रुपये, संपर्क मार्ग लोअर चौकी मैटलिंग-टारिंग 89 लाख रुपये, संपर्क मार्ग बनेहरडी-हलोग मैटलिंग-टारिंग 86 लाख रुपये, संपर्क मार्ग गुग्गा मंदिर 87 लाख रुपये, संपर्क मार्ग छपाणु मैटलिंग-टारिंग 82 लाख रुपये, तनिहार-बाबा कमलाहिया सड़क 66 लाख रुपये, बालहड़ा-कुजाबल्ह सड़क 66 लाख रुपये, बालहड़ा बस्ती सड़क मैटलिंग-टारिंग 50 लाख रुपये, संपर्क मार्ग तराल 51 लाख रुपये, संपर्क मार्ग गरली-मगोगरी 66 लाख रुपये, संपर्क मार्ग बनाल-डिडणु-बरटो 50 लाख रुपये, संपर्क मार्ग ब्राह्मण बस्ती जोढन 86 लाख रुपये, संपर्क मार्ग लुधियाणा मैटलिंग-टारिंग 50 लाख रुपये, संपर्क मार्ग मिडल चौकी 70 लाख रुपये, संपर्क मार्ग कांगो का थड़ू मैटलिंग-टारिंग 87 लाख रुपये, संपर्क मार्ग पीपली-भराड़ी 66 लाख रुपये, संपर्क मार्ग अप्पर चौकी 87 लाख रुपये, संपर्क मार्ग नारायणगढ़ मैटलिंग-टारिंग 86 लाख रुपये, संपर्क मार्ग बनाली 66 लाख रुपये, संपर्क मार्ग बाहरू-रोसो 66 लाख रुपये, संपर्क मार्ग कलस्वाई-गुज्जरनाला-शिवद्वाला 87 लाख रुपये, संपर्क मार्ग हरिजन बस्ती भदरेड मैटलिंग-टारिंग 58 लाख रुपये, संपर्क मार्ग लोअर खजुरटी मैटलिंग-टारिंग 90 लाख रुपये, संपर्क मार्ग टिक्कर मैटलिंग-टारिंग 80 लाख रुपये, संपर्क मार्ग बलद्वाड़ा चौकी मैटलिंग-टारिंग 86 लाख रुपये, संपर्क मार्ग सरी-भरेडका मैटलिंग-टारिंग 74 लाख रुपये, संपर्क मार्ग धार बस्ती देयोल मैटलिंग-टारिंग 58 लाख रुपये, संपर्क मार्ग डरवाड़-सडयाल बस्ती 66 लाख रुपये और 66 लाख रुपये की लागत से गांव धलौट के लिए बनने वाला संपर्क मार्ग शामिल है।
मुख्यमंत्री ने 145.73 करोड़ रुपये की सकरैण, मलहोड, थोटू, डोल और समौड़ खड्ड की बाढ़ नियंत्रण योजना, धर्मपुर खंड की विभिन्न पंचायतों के छूटे इलाकों के लिए 31.45 करोड़ रुपये की उठाऊ सिंचाई योजना, संधोल क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों की 11.56 करोड़ रुपये की उठाऊ सिंचाई योजना, ग्राम पंचायत टीहरा, कोट, ग्रयोह, चोलथरा, सधोट, सजयाओपिपलू और डरवाड़ के लिए 96.64 करोड़ रुपये की उठाऊ सिंचाई योजना, बसंतपुुर, पपलोग, रखोह, बकारटा, बरछवाड़, दारपा, परसदा, हवाणी, जंझैल और रोपड़ी के लिए 92.03 करोड़ रुपये की उठाऊ सिंचाई योजना, 79 लाख रुपये की भड्डू-चसवाल-छतरयाणा उठाऊ सिंचाई योजना, नई राहें-नई मंजिलें योजना के तहत ऐतिहासिक किले कमलाह के जीर्णोद्धार के लिए 70 करोड़ रुपये की योजना, इसी योजना के तहत धर्मपुर क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों के लिए 31 लाख रुपये की योजना, सिद्धपुर में 2.48 करोड़ रुपये की मशरूम कंपोस्ट इकाई और सरकाघाट एवं धर्मपुर में हिमाचल पथ परिवहन निगम की वर्कशॉप्स की आधारशिला भी रखी।
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि विगत लगभग पांच वर्षों के दौरान धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ पूरे हिमाचल में अभूतपूर्व विकास हुआ है और यह केंद्र और राज्य में डबल इंजन सरकारों के कारण ही सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश का विशेष राज्य का दर्जा बहाल किया जिसे कि केंद्र की पूर्व कांग्रेस सरकार ने समाप्त कर दिया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य को विभिन्न केन्द्रीय परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान की है। उन्होंने कहा कि आठ वर्ष पहले देशवासियों ने एक सामान्य व्यक्ति को प्रधानमंत्री चुना, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि भारत महाशक्ति के रूप में उभरे, जहां भष्ट्राचार के लिए कोई स्थान नहीं है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को न केवल देवभूमि बल्कि वीरभूमि के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि प्रदेशवासियों में भारत के सशस्त्र बलों की सेवा करने का जन्मजात जुनून है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने देश की लगभग 80 करोड़ जनसंख्या को मुफ्त राशन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को 220 करोड़ से अधिक वैक्सीन की मुफ्त खुराक भी प्रदान की गई। उन्होंने टीकाकरण अभियान और जल जीवन मिशन के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सशक्त नेतृत्व में राज्य सरकार की सराहना की। उन्हांेने भारत को मजबूत और जीवन्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पांच संकल्प लेने के आह्वान का विस्तृत रूप से विवरण दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की विशेष कृपा से राज्य के लिए बल्क ड्रग पार्क और चिकित्सा उपकरण पार्क स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र में खेल मैदानों और स्टेडियमों के निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने और राज्य के घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं कि आज प्रदेश का नेतृत्व एक ईमानदार, मेहनती और विनम्र पृष्ठभूमि के नेता कर रहे हैं, जो आम व्यक्ति की विकासात्मक आवश्यकताओं को भली-भान्ति समझते है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद वर्तमान राज्य सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल विकास के मामले में प्रदेश के इतिहास में स्वर्णिम कार्यकाल के रूप में जाना जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब तक चार बार विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं और हर बार करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं को क्षेत्र के लोगों को समर्पित किया है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों की विकासात्मक मांगों पर सदैव संवेदनशील रहने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विकास की गति निर्बाध रूप से बनाए रखने के लिए क्षेत्र के लोगों से आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को अपना पूर्ण समर्थन देने का भी आग्रह किया। उन्होंने क्षेत्र की विकासात्मक मांगों को भी मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
इस अवसर पर इजराइल दूतावास की सार्वजनिक कूटनीति की प्रमुख, सुश्री शानि रैपापोर्ट इटसियोनी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
विधायक कर्नल इंद्र सिंह, विनोद कुमार, जवाहर ठाकुर और प्रकाश राणा, प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी रजत ठाकुर, भाजपा मंडलाध्यक्ष लेख राज, निदेशक बागवानी डॉ. आर.के. परुथी, उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।