परवाणू में रोपवे में सोमवार को तकनीकी खराबी आने की वजह से ट्रॉली में 11 फंसे। यह घटना दोपहर बाद करीब 1.30 बजे हुई। इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई थीं। इसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
रोपवे में फंसे लोगों को बचाने के लिए दूसरी ट्रॉली भेजी गई.
इसके जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद सभी 11 लोगों को सुरक्षित निकाल दिया गया है।
उधर मुख्यमंत्री ने टिंबर ट्रेल घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि बहुमूल्य मानवीय जीवन की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार सदैव कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री टिंबर ट्रेल में केबल कार में फंसे सभी 11 यात्रियों को सुरक्षित बचाए जाने के उपरांत उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
इससे पूर्व, टिंबर ट्रेल में पर्यटकों के केबल कार में फंसने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री जोकि हमीरपुर में एक कार्यक्रम में उपस्थित थे, ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दूरभाष पर इस घटना की जानकारी दी और पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत एनडीआरएफ की टीम भेजने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री दुर्घटना की जानकारी मिलने पर हमीरपुर से स्वयं परवाणू पहंुचे। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों एवं टिंबर ट्रेल होटल के संचालक से इस घटना की जानकारी प्राप्त की।
जय राम ठाकुर ने इस घटना में सुरक्षित बचाए गए सभी 11 व्यक्तियों से बातचीत की और उनका कुशलक्षेम जाना।
उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समुचित पग उठाए जाएंगे।
उन्होंने इस अवसर पर बचाव कार्य में योगदान देने वाली टिंबर ट्रेल होटल की टीम और एनडीआरएफ कर्मियों की टीम से भी बातचीत की और समय पर बहुमूल्य मानवीय जीवन बचाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा सह प्रभारी संजय टंडन, शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, अन्य भाजपा पदाधिकारी, उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी, पुलिस अधीक्षक सोलन वीरेन्द्र शर्मा, एनडीआरएफ के अधिकारी एवं कर्मचारी और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।