एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने आज किन्नौर जिले के सांगला में सामुदायिक भवन, वर्षा शालिका और मौजूदा बेरिंग नाग देवता मंदिर परिसर के विस्तार का उद्घघाटन किया। ये कम्युनिटी एसेट्स एसजेवीएन ने अपनी कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों के तहत 804 मेगावाट जंगी थोपन पोवारी जल विद्युत परियोजना द्वारा बनाए गए हैं।
इस अवसर पर एक विशाल स्थानीय जनसभा को संबोधित करते हुए नन्द लाल शर्मा ने कहा कि, “एसजेवीएन अपनी परियोजनाओं और इसके आसपास के क्षेत्रों के समावेशी विकास में विश्वास रखता है। एसजेवीएन द्वारा की गई प्रत्येक सीएसआर पहल स्थानीय समुदायों को सशक्त बना रही है और हमारे सीएसआर विजन के अनुरूप जनता को हमारे विकास में भागीदार बना रही है।” एसजेवीएन अपनी सीएसआर और सततशीलता नीति को कार्यान्वित करने के लिए गठित एसजेवीएन फाउंडेशन के माध्यम से सभी सीएसआर पहलों को निष्पादित करता है।
एसजेवीएन ने जिला किन्नौर में विभिन्न पहलें जैसे जिला अस्पताल रिकांगपिओ को अत्याधुनिक वाईडी वाईएजी लेजर मशीन, जिला अस्पताल रिकांगपिओ, सीएचसी पूह और सीएचसी भावानगर को ऑटो हीमो एनालाइजर मशीन, किन्नौर और स्पीति के छात्रों और खिलाड़ियों को मेधावी पुरस्कार योजना आदि को कार्यान्वित किया है।
जिले के समग्र विकास के लिए एसजेवीएन सतलुज संजीवनी सेवा-मोबाइल हैल्थ वैन के माध्यम से घर द्वार पर चिकित्सा सेवाएं और दवाएं प्रदान करना, ढांचागत विकास एवं सामुदायिक संपत्ति का निर्माण, मंदिरों और किलों के नवीनीकरण और पुनर्निर्माण द्वारा संस्कृति और विरासत का संरक्षण, बागवानी आधारित सतत आजीविका हेतु अवसर पैदा करने के लिए एकीकृत जनजातीय विकास कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम, महिला एवं बाल विकास योजना आदि विभिन्न कार्यक्रम भी कार्यान्वित कर रहा है।
इस अवसर पर आर. सी. नेगी परियोजना प्रमुख एनजेएचपीएस, विकास महाजन परियोजना प्रमुख जेटीपीएचईपी, ईश्वर लाल नेगी प्रधान मंदिर समिति सांगला, देव सांकी नेगी प्रधान सांगला, प्रदीप नेगी प्रधान बटसेरी, इंदु लक्ष्मी प्रधान कामरू, मनोहर देवी प्रधान थैमगरंग और बीरबल नेगी प्रधान चांसु भी उपस्थित रहे।