टूटू में छह दिन बाद पानी की सप्लाई, नागरिक सभा ने दी आंदोलन की धमकी

शिमला नागरिक सभा की टूटू इकाई ने कहा है कि टूटू क्षेत्र में तीन से छः दिन बाद पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है। सभा ने इस पर कड़ा रोष ज़ाहिर किया है। नागरिक सभा ने टूटू में हर दिन पानी की आपूर्ति करने की मांग की है। नागरिक सभा ने चेताया है कि अगर पानी की सही व हर रोज़ आपूर्ति न की गयी तो नागरिक सभा कार्यकर्ता टूटू चौक पर खाली बर्तन लेकर प्रदर्शन व चक्का जाम करेंगे।

नागरिक सभा नेता विजेंद्र मेहरा,हेमराज चौधरी,रजनी देवी,सौरभ कौंडल,राकेश कुमार,सुरजीत सिंह,मलकीयत सिंह,टेक चंद,संदीप वर्मा,विवेक कुमार,अनिल कुमार,संजीव कुमार,दीपक कुमार,कुंदन सिंह व रीता देवी आदि ने कहा है कि टूटू क्षेत्र व शिमला शहर की जनता पिछले काफी दिनों से पीने के पानी की भारी दिक्कत झेल रही है। जनता को पानी की आपूर्ति तीन से छः दिन बाद की जा रही है। इस से जनता काफी परेशानी में है। जब जनता हर महीने पानी का बिल दे रही है तो लोगों को हर दिन पानी की आपूर्ति होनी चाहिए। उन्होंने हैरानी व्यक्त की है कि शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड बनाकर जनता को हर दिन चौबीस घण्टे पानी देने की डींगें हांकने वाला नगर निगम शिमला टूटू क्षेत्र की जनता को कई-कई दिनों तक पानी मुहैया नहीं करवा पा रहा है। जल शक्ति विभाग की ओर से भी पानी की सप्लाई बहुत कम दी जा रही है। नगर निगम की सप्लाई की हालत भी दयनीय है। ऐसा प्रतीत होता है कि नगर निगम व जल शक्ति विभाग की पानी की सप्लाई राम भरोसे है। कभी ट्रांसफार्मर खराब होने,कभी बिजली कट लगने,कभी पानी की मात्रा कम होने का बहाना बनाकर जनता को प्यासा रखा जा रहा है। यह सब जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है।

विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि नगर निगम के पास आज भी 38 से 40 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो रही है तो फिर टूटू व शिमला शहर के सभी क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति हर रोज़ एक समान क्यों नहीं हो रही है। जब शहर को 30 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती थी तब भी शिमला शहर की जनता को हर रोज़ पानी की आपूर्ति हो जाती थी लेकिन 40 एमएलडी पानी के बावजूद भी जनता को तीन दिन बाद पानी मिल रहा है। इस से नगर निगम द्वारा पानी की आपूर्ति का कुप्रबंधन साफ नज़र आ रहा है। नगर निगम शिमला,जल शक्ति विभाग,शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड कंपनी में तालमेल की कमी भी साफ नज़र आ रही है। पानी की आपूर्ति करने में नगर निगम शिमला भेदभाव कर रहा है व वीआईपी इलाकों व कस्बों को प्राथमिकता दे रहा है। नगर निगम व जलशक्ति विभाग के पास पानी की आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था न होना नगर निगम की लचर व अव्यवस्थित कार्यप्रणाली को दर्शाता है। चौबीस घण्टे सातों दिन पानी की आपूर्ति करने व कोल डैम से पानी लिफ्ट करने के सपने दिखाने वाले नगर निगम शिमला की हकीकत जनता के सामने है। जलशक्ति विभाग भी टूटू में कई दिनों के बाद पानी की आपूर्ति कर रहा है जिस से जनता काफी परेशानी में है। नागरिक सभा ने चेताया है कि अगर पीने के पानी की व्यवस्था दुरुस्त न हुई तो नागरिक सभा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।

Related posts

Leave a Comment