माकपा ने पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले को लेकर आज राज्यपाल को ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि पुलिस भर्ती लीक मामले की जांच उच्च न्यायालय की देखरेख में पीठासीन जज के द्वारा करवाई जाए। इसके साथ ही साथ प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया को स्वतंत्र व निष्पक्ष रूप से करवाने के लिये सभी भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग व हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से करवाई जाए। इसके साथ ही स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस विभाग के मुखिया पुलिस महानिदेशक को तुरन्त उनके पद से हटाया जाए।
माकपा राज्य सचिव डा ओंकार शाद ने कहा कि प्रदेश पुलिस में आरक्षी पद पर भर्ती को लेकर 27 अप्रैल को हुई परीक्षा के पेपर लीक होने व सरकार द्वारा इस परीक्षा को रद्द करने से हिमाचल प्रदेश की छवि धूमिल हुई है और इससे प्रदेश की जनता की भावनाएं आहत हुई है। प्रथमदृष्टया इस मामले की व्यापकता व पैसों के बड़े लेनदेन से आज प्रदेश में हो रही भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवालिया निशान लगा है। जिससे प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवा जो आज रोजगार की आकांक्षा रखते है, उनकी भावनाओं से भी खिलवाड़ हुआ है। इस मामले में सबसे चिंतनीय विषय यह है कि इससे पुलिस विभाग व सरकार की कार्यप्रणाली पर भी उंगली उठी है।
उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है ताकि जनता के समक्ष सच्चाई लाई जा सके और दोषियों को कानून के तहत सजा दिलवाई जाए। इसके साथ ही साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने व प्रदेश में सभी प्रकार की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता व निष्पक्षता बनाए रखने के लिए भी उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। माकपा ने राज्यपाल से आग्रह किया कि इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए वे तुरन्त हस्तक्षेप करें और न उचित कार्यवाही करें।
माकपा की ये है मांग
1. पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की जांच उच्च न्यायालय की देखरेख में पीठासीन जज से करवाई जाए।
2. प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया को स्वतंत्र व निष्पक्ष रूप से करवाने के लिए सभी भर्तियों को राज्य लोक सेवा आयोग व अधीनस्थ चयन बोर्ड के माध्यम से करवाई जाए।
3. इस मामले की स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच के लिए पुलिस विभाग के मुखिया पुलिस महानिदेशक को तुरंत उनके पद से हटाया जाए।
इस प्रतिनिधिमंडल में ओंकार शाद, राकेश सिंघा, संजय चौहान, प्रेम गौतम, कुलदीप सिंह तंवर, फालमा चौहान, जगत राम, जगमोहन ठाकुर व सत्यवान पुंडीर शामिल हुए।