मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज सदन में यूक्रेन में फंसे छात्रों को वापस लाने के प्रयासों के बारे में विधानसभा सदन में बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापिस लाने के लिए ऑप्रेशन गंगा तेजी से चलाया जा रहा है। विदेश मंत्रालय से प्राप्त सूचना के अनुसार बीते 24 घंटों में कई उड़ाने भारत आई हैं और अगले 24 घंटों में और अधिक उड़ाने निर्धारित की गई हैं। अगले दो-तीन दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापिस लाए जाएंगे। उड़ानों की बढ़ती संख्या दर्शाती है कि बड़ी संख्या में भारतीय यूक्रेन से निकल आए हैं और वर्तमान में पड़ोसी देशों में हैं। उन्हें वहां से कमर्शियल व भारतीय वायु सेना के विमान वापिस लाने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के 309 छात्र सकुशल वापिस पहुंच गए हैं। 149 छात्र अभी भी यूक्रेन में हैं या पड़ोसी देशों – रोमानिया, हंगरी, पोलैंड व स्लोवाकिया पहुंच चुके हैं। प्रदेश सरकार पूर्ण संवेदनशीलता से उनसे व उनके परिवारजनों से लगातार सम्पर्क में है। उनकी वापसी के लिए जहां विदेश मंत्रालय के सहयोग से हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है, वहीं दिल्ली / मुम्बई पहुंचने पर उन्हें अपने घर तक भेजने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पूर्वी भाग में खारकीव और सुम्मी में अभी भी भारतीय फंसे हैं जिनमें प्रदेश के छात्र भी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के परामर्श के अनुसार कुछ छात्र खारकीव से निकल कर निर्धारित स्थानों पर पहुंचने में सफल रहे हैं। सन्तोषजनक बात यह है कि अब खारकीव से भी छात्रों की वापसी शुरू हो गई है। विदेश मंत्रालय ने आश्वस्त किया है कि वहां फंसे भारतीयों की वापसी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इसके लिए जो रास्ता सुविधाजनक होगा, उसी का प्रयोग कर उन्हें निकाला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संकटकाल में प्रदेश सरकार वहां फंसे प्रदेश के छात्रों के परिवारों के साथ खड़ी है।