एसजेवीएन ने पहला 15 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट हासिल किया

एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के नीला गांव के समीपवर्ती नंगल पौंड में 15 मेगावाट की ग्रिड कनेक्टेड फ्लोटिंग सौर पीवी पावर परियोजना हासिल की है।

एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने यह परियोजना बिल्ड ओन एंड ऑपरेट के आधार पर 15 मेगावाट की पूर्ण उद्धृत क्षमता के साथ 3.26 रूपए प्रति यूनिट की दर से सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित ई-रिवर्स नीलामी के माध्यम से हासिल की है।

नन्द लाल शर्मा ने कहा “एसजेवीएन के लिए यह गर्व का क्षण है कि उसने हिमाचल प्रदेश में अपनी पहली फ्लोटिंग सौर परियोजना हासिल की है। कंपनी वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म स्रोतों से 500 गीगावाट विद्युत उत्पन्न करने के भारत सरकार के विजन को साकार करने में प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उभरते हुए नवीकरणीय विद्युत विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।”

नन्द लाल शर्मा ने बताया कि इस फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट को लगभग सौ करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। इस परियोजना से पहले वर्ष में 32.85 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादित होने की उम्मीद है और 25 वर्षों की अवधि में संचयी विद्युत उत्पादन लगभग 756 मिलियन यूनिट होगा। एसजेवीएन और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के बीच विद्युत क्रय समझौते पर शीघ्र हस्ताक्षर किए जाएंगे।

नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि वर्तमान में एसजेवीएन के पास विकास के विभिन्न चरणों में 2965 मेगावाट क्षमता वाली 11 सौर ऊर्जा परियोजनाएं हैं और कंपनी का कुल पोर्टफोलियो 16800 मेगावाट से अधिक है। हाल ही में एसजेवीएन को मिली कई नवीन परियोजनाएं कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं। कंपनी विकास पथ पर अग्रसर है जो कंपनी को वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट तथा वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को साकार करने की ओर ले जाएगी।

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