हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र आज से शुरू हो गया। पहले दिन ही विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। विधानसभा की सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने पर राज्यपाल का अभिभाषण शुरू हुआ। इसके कुछ देर बाद ही विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आ गए। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि राज्यपाल द्वारा सदन में पढ़ा गया बजट भाषण झूठ का पिटारा है। इसमें विधानसभा और जनता को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभिभाषण में उस केंद्र सरकार का धन्यवाद किया जा रहा है, जिसने हिमाचल को कुछ नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल आ चुके हैं, लेकिन हिमाचल के लिए कोई आर्थिक मदद की घोषणा नहीं की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली जाते हैं और वहां से बेरंग लौट कर आते हैं।
अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल आर्थिक कंगाली के कगार पर पहुंच गया है। सरकार हर दूसरे दिन कर्ज ले रही है। हिमाचल में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है और यहां 14-15 लाख बेरोजगार हो गए हैं। सरकार चोर दरवाजे से अपने लोगों को भर्ती कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों और बागवानों के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया। सेब की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए भी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया और आज हालात यह है कि सेब बागवानों को न तो खाद और न ही सब्सिडी मिल रही है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि हिमाचल में शराब और रेत माफिया सक्रिय है। लेकिन सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार नाकाम हो गई है और इसे जनता नकार चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यस्था चरमाई हुई है। सरकार सेवा और समृद्धि के चार साल बता रही है, लेकिन ये नाकामी ओर बर्बादी के ये चार साल है।