कई जिलों के विरोध के बावजूद भी जबरन करवाए जा रहे चुनाव
जिला शिमला के चुनाव भी विधिवत तौर पर अभी नहीं हुए
शिमला
सी & वी अध्यापक संघ हिमाचल प्रदेश की एक गूगल मीट c&v अध्यापक संघके राज्य कोषाध्यक्ष धनवीर की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इस बैठक में c&v अध्यापक संघ की राज्य अध्यक्षा मंजुला वर्मा ,जिला मंडी के प्रधान रोशन लाल तथा सचिव मनोहर लाल ,जिला सिरमौर के प्रधान वीर सिंह ,जिला सोलन के महासचिव नरेश कुमार ,राज्य मुख्यालय सचिव ज्ञान दास ,जिला शिमला के चुनाव प्रभारी नरेंद्र कुमार शर्मा ,जिला कुल्लू के पूर्व प्रधान गोविंद ठाकुर,जिला चम्बा के प्रधान चतर सिंह सूर्यवंशी और जिला मंडी के पूर्व महासचिव हेमराज ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे। इन सभी लोगों ने हिमाचल प्रदेश c& v अध्यापक संघ की राज्य कार्यकारिणी द्वारा निकाली गई दिनांक 9 दिसंबर की चुनाव अधिसूचना का सामूहिक रूप से विरोध किया है । सभी पदाधिकारियों का इस संबंध में यह कहना है कि 7 दिसंबर 2022 से निरंतर हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में भारी बारिश और बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते राज्य कार्यकारिणी द्वारा ब्वॉय स्कूल हमीरपुर में निर्धारित किए गए स्थल पर इतनी दूर दराज के क्षेत्रों से रास्तों के अवरुद्ध होने के बावजूद पहुंचना किसी भी खतरे से खाली नहीं है ।
शिमला जिला में नहीं पूरे हुए चुनाव, कई अन्य जिला संघ कर रहे विरोध
इतना ही नहीं इस बैठक में यह भी कहा गया कि जब जिला शिमला के चुनाव ही विधिवत अभी संपन्न नहीं हुए हैं। पदाधिकारियों का कहना था कि राज्य को ऐसी भी क्या जल्दी आन पड़ी है कि आनन-फानन में राज्य के चुनाव कई जिलों के विरोध करने के बावजूद भी जबरन करवाए जा रहे हैं । इधर जिला चम्बा भी इस चुनाव में आने से अपनी असमर्थता जता चुका है। परन्तु राज्य प्रधान और सचिव तथा वरिष्ठ पदाधिकारी फिर भी कोई बात मानने को तैयार नहीं हैं।
बैठक में शमिल पदाधिकारियों ने कहा कि जिला चम्बा के प्रधान चतर सिंह सूर्यवंशी जी ने c& v अध्यापक संघ के राज्य व्हाट्सएप समूह में अपने जिले की सारी स्थितियों को फोटो भेज भेज करके व्यक्त किया। परंतु राज्य कार्यकारिणी के कानों जूं तक नहीं रेंग रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त सभी जिलों के पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से राज्य कार्यकारिणी के इस एक तरफा और अड़ियल रवैया का विरोध जताया है । उनका कहना था कि यह एक सोची समझी साजिश है जिसके चलते राज्य के पदाधिकारी अपनी मनमानी कार्यकारिणी का चयन करना चाहते है । उन्होंने सवाल उठाया की यदि ऐसा नहीं होता तो फिर पिछले 4 महीनों से लगातार राज्य के चुनाव आगे -आगे क्यों बढ़ाए जाते रहे ? और ठीक एन मौके पर सभी विपरीत स्थितियों का लाभ उठाकर यह चुनाव आनन-फानन में रखने की क्या जरूरत पड़ गई ?
शिक्षा विभाग और डीसी से चुनाव रुकवाने का आग्रह
सभी पदाधिकारियों ने राज्य सरकार और शिक्षा विभाग के साथ साथ उपयुक्त हमीरपुर से भी आग्रह किया है कि इन चुनावों को किसी भी सूरत से होने न दिया जाए। उनका कहना है कि 8 जनवरी के सरकार के फैसले के चलते सभी स्कूल 26 जनवरी तक करोना के चलते बंद किए गए हैं। ऐसी स्थिति में स्कूल परिसर में चुनावों का होना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। पदाधिकारियों ने प्रदेश के सभी c&v अध्यापक साथियों से यह भी अपील की है कि ऐसे लोगों से हमेशा सावधान रहें और वैधानिक प्रक्रिया के साथ किए गए तथा सभी जिलों की सहभागिता के साथ किए गए चुनावों का समर्थन करें ।