चूड़धार के लिए रोपवे सिरमौर के बजाए चौपाल के लिहाट टॉप से बनाया जाए।

शिमला

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिमला और सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार के लिए रोप वे बनाने की घोषणा कर दी गई है। चुडधार के लिए रोप वे बनाने के लिए सबसे कम दूरी चौपाल के पुलबाहल के लिहाट से है। लोगों का कहना है कि यह रोपवे लिहाट से ही बनना चाहिए। आपको बता दें कि अगर यह रोपवे लिहाट टॉप से बनता है तो यहां से चूड़धार की दूरी लगभग ढाई किलोमीटर होगी जबकि सिरमौर से यह दूरी 8 किलोमीटर पड़ती है। ऐसे में अगर यह रोपवे लिहाट टॉप से लगाया जाए तो दूरी कम होने के कारण सरकार का खर्चा भी कम होगा । सिस्को संस्था के अध्यक्ष महेश ठाकुर का कहना है कि शिव भगवान के दरबार और शिरगुल महाराज मंदिर चूड़धार के लिए जो रोपवे स्किम है यह रोपवे सिरमौर के बजाए चौपाल के लिहाट टॉप से बनाया जाए। अगर यह रोपवे लिहाट टॉप से बन जाये तो यहां का प्राकृतिक सौंदर्य देखकर देश ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी यहाँ दौड़े चले आएंगे।
यहां के घने जंगल और बर्फ से ढकी पहाड़ियों से जब रोपवे चूड़धार की ओर बढ़ेगा तो यहां की सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे।
जाहिर है कि रोपवे लगने से चौपाल के युवाओं के साथ-साथ अन्य लोगों के व्यवसाय में भी पंख लग जाएंगे।
महेश ठाकुर का कहना है कि अगर सरकार की सोच शिमला और सिरमौर जिला को रोपवे के माध्यम से जोड़ना है तो ऐसे में भी लिहाट से अलग रोपवे बनना चाहिए । लिहाट पहुंचने के लिए शिमला और सोलन से करीब 70 किलोमीटर की दूरी है जो कि काफी कम है । पर्यटक आसानी से यहां पहुंच सकते है। यहाँ हुए बीच -बीच में अनेको पर्यटक स्थल है इससे यहां का सफर और अधिक मनमोहक हो जाता है।
महेश ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि चूड़धार रोपवे को शिमला जिला के लिहाट टॉप से बनाया जाए । साथ ही चौपाल क्षेत्र के युवाओं से भी इस मामले को सरकार के समक्ष उठाने के लिए आगे आने का आग्रह भी किया।

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