दीक्षांत बने संस्कृत कॉलेज फागली के एबीवीपी अध्यक्ष , मंत्री का जिम्मा हनिश को सौंपा

संस्कृत कॉलेज फागली इकाई की नयी कार्यकारिणी गठित

शिमला

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संस्कृत कॉलेज फागली इकाई द्वारा वर्ष 2021-22 की कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें दीक्षान्त को इकाई अध्यक्ष और हनीश को इकाई सचिव का दायित्व दिया गया | चुनाव अधिकारी मयंक कुमार ने इसकी घोषणा की | इसके बाद इकाई के नव निर्वाचित अध्यक्ष ने बाकी सभी दायित्वों की घोषणा की जिसमें इकाई उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मनीष, रोहित, शैविक, गात्थेश्वर सह सचिव की जिम्मेदारी निखिल, चेतन, उम्मीत, साक्षी कोषाध्यक्ष शैविक सोशल मीडिया संयोजक अंशुल सह संयोजक संजय मीडिया संयोजक जीत सिंह राष्टीय कला मंच संयोजक प्रेषिता SFS प्रमुख इशिका संयोजक इशिता SFD प्रमुख में अभिषेक संयोजक सौरभ कक्षा प्रमुख में प्राक शास्त्री – 1 पीयूष प्राक शास्त्री – 2 ओंकार शास्त्री प्रथम रचना द्वितीय शैविक और अंतिम वर्ष का साहिल को जिम्मा दिया गया | खेल कार्य संयोजक का जिम्मा अनिल को दिया गया रक्त दान प्रमुख विशाल को दिया गया इसमे इकाई के पूर्व में रहे दायित्व वान कार्यकर्ताओं को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए इनमे सुभाष, अनिल, अभिषेक, नवीन, साहिल और परीक्षित को चुना गया

मुख्य वक्ता अनिल ने कार्यकर्ताओं को जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद स्थापना काल से ही निरंतर राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए कार्य करता आ रहा है और निरंतर ऐसे ही काम करता रहेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद एकमात्र ऐसा संगठन है जो ना केवल विद्यार्थियों के बीच ही काम करता है, परन्तु समाज के उत्थान एवं सहायता के लिए सदैव तत्पर रहता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जब covid-19 महामारी के चलते सरकार, संस्थाएं एवं अन्य संगठन जब समाज की सहायता नहीं कर पा रहे थे तो विद्यार्थी परिषद ने समाज के हर वर्ग की सहायता की। जरूरतमंद व्यक्तियों तक राशन,स्वास्थ्य सामग्री पहुंचाई गई और अस्पतालों में रक्त की कमी के चलते रक्तदान शिविर लगाए गए।

नवनियुक्त इकाई अध्यक्ष दीक्षांत ने कहा कि विद्यार्थी परिषद निरंतर ऐसे ही काम करता रहेगा और ना केवल विद्यार्थियों के लिए ही नहीं समाज के हर जरुरतमंद व्यक्ति की सहायता के लिए सदैव अग्रसर रहेगा। विद्यार्थी परिषद आम छात्रों की समस्याओं को हमेशा उठाया है चाहे वो कैंटीन में भोजन की गुणवत्ता की समस्या हो या परिसर में पार्किंग की समस्या हो,हमेशा विद्यार्थी परिषद ने हर समस्या को प्रशासन के समक्ष रखा है एवं आने वाले समय में भी इसी तरह आम छात्र की हर माँग को लेकर आवाज़ उठाएगी।

नवनिर्वाचित सचिव हनीश ने कहा की शिमला शहर के एकमात्र संस्कृत महाविद्यालय को बहुत ही लंबे समय से प्रशासन और सरकार द्वारा लगातार अनदेखा किया जा रहा है हालत यह है कि अभी तक संस्कृत महाविद्यालय भवन तक नहीं है पिछले 1 वर्ष से भवन बन गया है लेकिन अभी तक उसे महाविद्यालय प्रशासन को नहीं सौंपा गया है अगर जल्द से जल्द नए भवन में कक्षाएं आरंभ नहीं हुई तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगी

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