वाराणसी
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वाराणसी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के काॅन्क्लेव में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काॅन्क्लेव की अध्यक्षता की। उन्होंने राज्यों द्वारा केन्द्र प्रायोजित विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने शून्य बजट प्राकृतिक खेती पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है और राज्य सरकार किसानों की आय को कई गुणा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार प्राकृतिक खेती की विभिन्न तकनीकों जैसे गोमूत्र, गोबर और अन्य स्थानीय उर्वरकों का प्रयोग कर उगाए गए कृषि एवं बागवानी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य प्राकृतिक खेती की श्रेष्ठ पद्धति को बढ़ावा देने के लिए दृढ़ प्रयास कर रहा है और किसानों को इस पद्धति को अपनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। राज्य में वर्ष 2018 में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती खुशहाल योजना शुरू की गई। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के लिए 153643 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है और वर्तमान में 9192 हेक्टेयर भूमि पर इस पद्धति से खेती की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों की आय में 63.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। फसल विविधिकरण को बढ़ावा मिला है क्योंकि किसान कम से कम नौ फसलें एक साथ उगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शून्य बजट प्राकृतिक खेती करने से उत्पादन और किसानों की आय में भी में वृद्धि हुई है।
जय राम ठाकुर ने राज्य में केन्द्र व राज्य की योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की उन्नति व जनकल्याण के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।
काॅन्क्लेव में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।