कांगड़ा
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला कांगड़ा के टण्डन क्लब में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित टीकाकरण केन्द्र का दौरा कर कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ाया। यह टीकाकरण केन्द्र जिला में टीकाकरण अभियान आरम्भ होने के समय से ही कार्य कर रहा हैै। इस केन्द्र ने 37 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण कर जिला कांगड़ा में वैक्सीन की अधिकतम खुराक देने की उपलब्धि हासिल की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा में अब तक 19.39 लाख खुराकें लगाई गई हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे कोरोना के विरूद्ध लड़ाई में ढील न बरतें और इस घातक संक्रमण के विरूद्ध एकजुट होकर सभी निर्धारित मापदण्डों का पालन करें। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सामाजिक दूरी अपनाने और सार्वजनिक स्थलों में भीड़ भाड़ से बचने जैसे साधारण नियमों का पालन करना चाहिए तथा बाहर जाते समय मास्क का प्रयोग करना और स्वच्छता को विशेष प्राथमिकता देनी चाहिए।
जय राम ठाकुर ने आशा व्यक्त की कि नवम्बर माह के अन्त तक प्रदेश में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य ने कोरोना टीकाकरण की पहली डोज में देश में प्रथम स्थान हासिल किया है और प्रदेश दूसरी डोज में भी इस स्थान को कायम रखेगा। उन्होंने कहा कि बड़ा भंगाल और मलाणा जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्रों के निवासियों ने हवाई मार्ग द्वारा पहुॅचाई गई खुराक और अपनी देवी-दवताओं की अनुमति से वैक्सीनेशन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस कठिन दौर में भी राज्य के विकास और कल्याण के कार्यों में किसी प्रकार की बाधा नहीं आई है।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री कांगड़ा स्थित पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी.एस.बाली, जिनका हाल ही में निधन हुआ है, के आवास पर गए और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। प्रदेश के लिए श्री बाली की सेवाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनका एक गतिशील व्यक्त्वि था और वे प्रमुख समाज सेवी थे, जिन्होंने न केवल अपने विधानसभा क्षेत्र बल्कि प्रदेश के लोगों के कल्याण के लिए कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने जिला कांगड़ा के निकट सोहारा स्थित विधायक पवन काजल के घर जाकर उनकी माता के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना भी की।
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह, विधायक अरूण मेहरा, राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, स्थानीय नेता, कांगड़ा के उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक भी मुख्यमंत्री के साथ थे।