कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर उठाए सवाल

बोले, भाजपा ने जनता को दे रखा है महंगाई-बेरोजगारी का आशीर्वाद

शिमला।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा की देश प्रदेश में शुरू हो रही जन आशीर्वाद यात्रा के मकसद पर सवाल उठाए हैं।
एक प्रैस कांफ्रेंस में कुलदीप सिंह राठौर ने हुए कहा है कि एक तरफ कोरोना के मामले प्रदेश में बढ़ रहे है तो दूसरी तरफ सरकार अपने बड़े कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। उन्होंने कहा कि जन आशिर्वाद यात्रा में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने से प्रदेश में इसके मामलों में वृद्धि होगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश में बढ़ती महंगाई,बेरोजगारी का आशीर्वाद लोगों पर पहले ही दे रखा है,अब रक्षा बंधन से पूर्व महिलाओं को घरेलू गैस महंगी कर एक और आशीर्वाद लोगों को दिया है।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि कैग की रिपोर्ट के बाद भ्रष्टाचार के मामले सामने आने से सरकार की सारी पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि यह आरोप विपक्ष नही लगा रहा, कैग की रिपोर्ट आने के बाद सरकारी दस्तावेज में प्रदेश में चारे के घोटाला, बागवानी में घोटाला, विश्वविद्यालय में घोटाला व अन्य अनियमित्ताओं के सामने आने के बाद सरकार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी सेनेटाइजर,पीपीई व स्वास्थ्य उपकरणों के खरीद घोटालों के बाद इनके नेता को अपने पद से इस्तीफा तक देना पड़ा।

राठौर ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह अधिकारियों को आये दिनों ताश के पत्तो की तरह फांट कर उनके तबादले कर रही है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में उप चुनाव होने हैं वहां के उपायुक्तों को उनके नेताओं के इशारे पर धन आवंटित किया जा रहा है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में कुछ नही किया,अब जिन क्षेत्रों में उप चुनाव होने है वहां पर घोषणाएं कर लोगों को भृमित कर रही है।

कांग्रेस के खिलाफ लिखे गए एक पत्र के सवाल पर राठौर ने कहा कि कुछ शरारती तत्व फर्जी नाम लिख कर ऐसे पत्र लिखते रहते है। वह इस पर कोई तवज्जो नही देते। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री के नाम भी ऐसे ही बेनामी पत्र भेजा गया था,उस समय उन्होंने पार्टी आधार पर कुछ नही बोला था।
राठौर ने कहा कि उनके खिलाफ लिखा गया यह पत्र पूरी तरह से झूठा व तथ्यों के विपरीत है। उन्होंने कहा कि वह पूरी ईमानदारी से अपना कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि यह पत्र किस ने लिखा,कहा से भेजा इस बारे जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे कानूनी प्रक्रिया भी अपनाई जा रही है,जिससे भविष्य में इस प्रकार के फर्जी पत्रों के छापने और इन्हें भेजने पर रोक लग सके।
राठौर ने कहा कि जिला बिलासपुर की कार्यकरणी निष्क्रिय पदाधिकारियों की बजह से भंग कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों व ब्लाकों में भी निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर कर योग्य और कर्मठ कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा।

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