शिमला।
शिमला में तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है। तेंदुए अब घरों से भी छोटे बच्चो को उठा कर ले जाने लगे है। राजधानी में कनलोग के पास एक शोरूम के साथ ढारे में रहने वाले झारखंड के मजदूर की 8 साल की बच्ची को तेंदुए उठा कर ले गया है।
यह घटना देर शाम को हुई। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, सूचना मिलते ही थाना न्यू शिमला तथा थाना सदर से भी पुलिस की टीम मोके पर पहुंची। पुलिस की ओर से वाइल्डलाइफ को भी सूचित कर दिया गया है। हालंकि बच्ची की रात को खोजबीन पुलिस और वन विभाग के वाइल्ड लाइफ कर्मचारियों ने की थी, लेकिन रात को बच्ची के कुछ कपड़े ही मिले। इसके बाद सुबह फिर से तलाश शुरू की गई। बच्ची का सिर सुबह जंगल में पाया गया है।
राजधानी में पहले भी कई बार तेंदुआ देखा गया है। इससे पहले तेंदुए द्वारा कुत्ताें को उठा के ले जाने के मामले सामने आ चुके हैं। कई जगह तेंदुआ दिन दिहाड़े दिखाई दिया है। लेकिन यह पहली घटना है जब घर से किसी बच्चे को तेंदुआ उठा कर ले गया ।
बीते माह कृष्णा नगर में एक घर में तेंदुआ घुस गया था जहाँ उसने एक ब्यक्ति को घायल क्या। वन विभाग को भी इस बारे सूचना दी गयी थी लेकिन तेंदुआ नहीं पकड़ा गया। इस बीच अब कनलोग से एक 8 साल की मासूम को तेंदुआ उठा कर ले गया।
कनलोग में बच्ची को तेंदुएं द्वारा उठा कर ले जाने के बाद लोगो मे दहशत फैल गयी है। इस घटना से लोगों में भी डर का माहौल है कि उनका उसी रास्ते से देर शाम आना जाना रहता है। लोगों को आशंका है कि उनके साथ भी कोई हादसा हो सकता है।