शिक्षा मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर ने रायसन स्कूल में 30 बच्चों को वितरित किए समार्ट फोन

सम्पन्न वर्ग से पुनीत कार्य के लिए सहयोग करने को की अपील

शिमला।

कुल्लू। ‘डिजीटल फोन बच्चों का सहारा-फोन हमारा, अभियान के अंतर्गत आज शिक्षा, भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर ने मनाली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रायसन में स्कूल के 30 निर्धन तथा जरूरतमंद छात्र-छात्राओं चमना, मेनका, आरती, सपना, कनिका, प्रियंका, रजनी, मोनिका, सनेहा, अक्षय, रीना, सूजल, रंजीता, चित्रा, सुमित्रा, ज्योति, अंशुल, पायल, विशाल, अंजना, प्रकाश, सुधांशु, साक्षी, सारिका, सार्थक, विनीत, सूरज, शगुन, किशन, सृष्टि, राहुल तथा शिवानी को निःशुल्क समार्ट फोन वितरित किए।
उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे गरीब तथा जरूरतमंद बच्चों को समार्ट फोन उपलब्ध करवाना है ताकि वे आॅनलाईन माध्यम से अपनी पढ़ाई को निर्वाध रूप से जारी रख सकें। 20 समार्ट फोन प्रसिद्ध स्थानीय व्यावसयी मुनीर सुरी के सुपुत्र आधवन सुरी तथा 10 समार्ट फोन जिसमें 5 एसएमसी तथा 5 स्थानीय स्कूल के स्टाफ द्वारा दान किए गए। उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य के लिए जिला के सामाजिक संगठन तथा व्यवसायी भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने समाज के अन्य सम्पन्न वर्ग के लोगों से भी अपील की है कि वे भी इस पुनीत कार्य में बढ़-चढ़ कर अपना सहयोग प्रदान करें ताकि गरीब तथा जरूरतमंद छात्र बिना किसी अड़चन के अपनी पढ़ाई को जारी रख सकें। उन्होंने कहा कि धन-दौलत बहुत लोगों के पास होती है, लेकिन खर्च करने का अवसर भगनान सबको नहीं प्रदान करते। जीवन में जो जितना त्याग करता है वह उतना ही महान होता है। उन्होंने इस पुनीत कार्य में समार्ट फोन दान करने के लिए सभी दानियों का आभार व्यक्त किया तथा अन्य दानी सज्जनों से भी इस पुनीत कार्य में आगे आकर अपना सहयोग प्रदान करने की अपील की।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की धरती है। लोगों की देवी-देवताओं में अगाध श्रद्धा है तथा देवताओं की कृपा एवं आशीर्वाद से शीघ्र ही कोराना से मुक्ति मिलेगी। एक ऐसा समय था जब कोई किसी के साथ हाथ नहीं मिलाता था, गले नहीं मिलता था, आखिर कब तक ऐसा चलेगा। टीकाकरण शुरू हो चुका है, मुश्किल हालात धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कोरोना को हराकर समाज के फिर से खुशहाल तथा समृद्ध जीवन की कामना की। उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण से बचाव तथा इसके फैलाव को रोकने के लिए आवश्यक रूप से टीकाकरण करवाने तथा सभी प्रकार की सावधानियां तथा कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाने का आग्रह किया।
गोबिंद सिंह ठाकुर ने इस पुनीत कार्य के लिए क्षेत्र के प्रसिद्ध स्थानीय व्यावसयी मुनीर सुरी के सुपुत्र आधवन सुरी को 20 समार्ट फोन दान करने के लिए स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र भंेट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर आधवन सुरी ने उनके मन में आए सेवा भाव को लेकर अपने विचार व्यक्त किए । वह देहरादून के दून स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है। उगत वर्ष भी स्थानीय निवासी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी मानव खुल्लर द्वारा स्कूल प्रशासन के माध्यम से स्कूल के निर्धने तथा जरूरतमंद 25 छात्र-छा़ाओं को निःशुल्क समार्ट फोन वितरित किए गए थे। स्थानीय स्कूल प्रबंधन समिति तथा स्कूल स्टाफ की ओर से भी निर्धन तथा जरूरतमंद बच्चों को 5-5 समार्ट फोन प्रदान किए गए। ग्राम पंचायत रायसन के पूर्व प्रधान बीर चंद ठाकुर ने स्कूल प्रशासन को 10 हजार रूपए की राशि प्रदान की जिससे 2 समार्ट फोन खरीदकर स्कूल के जरूरतमंद बच्चों को दिए जाएंगे।
इससे पहले स्थानीय स्कूल के प्रधानाचार्य ललित मोहन शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा उन्हें टोपी, मफलर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने विद्यालय प्रशासन द्वारा बच्चों के सर्वागींण विकास के लिए किए जा रहे विकास कार्यों के साथ आयोजित किए गए समार्ट फोन वितरण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर हथकरघा निगम के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, ग्राम पंचायत बैंची के प्रधान जोगिन्द्र मैहरा, रावमापा ढालपुर तथा खराहल के प्रिंसीपल भीम कटोच, हंस राज आचार्य, एसएमसी के प्रधान सर्व चंद नेगी सहित बच्चों के अभिभावकगण तथा अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

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