शिमला।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण एवं सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। उनका सामाजि-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के दो बच्चों को दी जाने वाली जन्मोत्तर अनुदान राशि को 12,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये किया है। यह धनराशि जन्म के समय जन्मोत्तर अनुदान राशि और छात्रवृत्ति योजनाओं को युक्तिसंगत और एकीकृत कर सावधि जमा के रूप में प्रदान की जा रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी बीपीएल परिवारों की लड़कियों को उनकी शादी के समय 31,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए ‘शगुन’ योजना भी शुरू की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के सभी पात्र कमजोर वर्गों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी प्रदान कर रही है। वर्तमान में 875 करोड़ रुपये व्यय कर 5.77 लाख लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 40,000 अतिरिक्त लाभार्थियों को कवर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 70 वर्ष से अधिक आयु के पात्र वरिष्ठ नागरिकों को 1500 रुपये प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष से सरकार ने स्वर्ण जयंती नारी संबल योजना के तहत 65 से 69 वर्ष की आयु वर्ग की पात्र वृद्ध महिलाओं के लिए बिना किसी आय सीमा से सामाजिक सुरक्षा के दायरे का विस्तार करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि लगभग 60,000 पात्र महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 6.60 लाख लोगों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत कवर किया जा रहा है, जिस पर प्रतिवर्ष 1050 करोड रुपये व्यय किए जा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि गृहिणी सुविधा योजना के तहत महिलाओं को प्रदूषण और धूएं से निजात दिलाने में वरदान साबित हुई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 2.92 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत नए पात्र परिवारों को भी मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किया जा रहा है।
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