स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा 8 निर्वाचन क्षेत्र, 12 विकास खण्ड, 11 शहरी स्थानीय निकाय, 412 पंचायतें व 1500 गांव से होकर गुजरेगी

शिमला।

शिमला में स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा 8 निर्वाचन क्षेत्र, 12 विकास खण्ड, 11 शहरी स्थानीय निकाय, 412 पंचायतें व 1500 गांव से होकर गुजरेगी, जो प्रदेश तथा जिले के पिछले 50 वर्षों की शानदार विकास यात्रा को प्रदर्शित करेगा। यह बात आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, विधि, संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा की जिला स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने बताया कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के लिए जिला में जिला स्तरीय, निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर, पंचायत स्तर व स्वागत समितियों का गठन किया जाएगा, जो रथ यात्रा के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को संचालित करेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान समस्त विभागों द्वारा 50 वर्षों से अब तक किए गए विकास कार्यों के बारे में लोगों को अवगत करवाएंगे तथा विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी लोगों को जागरूक करेंगे।उन्होंने बताया कि जिला को दो रूट के माध्यम से कवर किया जाएगा, जो शिमला शहर से शुरू होकर जिला शिमला को कवर करके वापिस शिमला में ही खत्म किया जाएगा।उन्होंने बताया कि प्रथम रूट 50 दिनों मंे 170 ग्राम पंचायतें, 59 वार्ड व 4 शहरी स्थानीय निकाय व द्वितीय रूट 52 दिनों में 242 ग्राम पंचायतें, 49 वार्ड व 7 शहरी स्थानीय निकाय को कवर करेंगे। उन्होंने बताया कि अधिकारी रथ यात्रा का न्यूनतम मार्ग व लोगों की अधिकतम कवरेज करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि रथ यात्रा के दौरान क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यक्रमों के दौरान क्षेत्र के प्रमुख व प्रसिद्ध व्यक्तित्व को शामिल किया जाना आवश्यक है तथा कार्यक्रम के दौरान महिला मण्डल, स्वयं सहायता समूह, युवक मण्डल, ग्राम पंचायत सदस्य एवं समस्त जनता की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।उन्होंने बताया कि रथ यात्रा के दौरान 1971 का हिमाचल व आज के हिमाचल की स्थिति को दर्शाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट होना चाहिए कि राज्य तथा जिला के विकास और प्रगति में प्रत्येक जिला वासियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रदेश तथा जिला की इस विकास यात्रा में प्रत्येक किसान, सैनिक, शिक्षक, राजनेता, चिकित्सक तथा आम जनता ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।उन्होंने बताया कि रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य जिला के ज्यादा से ज्यादा लोगों को 50 साल के इतिहास को बताया जाए तथा रथ यात्रा में सेब के क्षेत्र तथा बिजली के क्षेत्र में प्रगति व विकास की थीम को सुनिश्चित किया जाना अति आवश्यक है।इस अवसर पर विधानसभा क्षेत्र चैपाल विधायक बलबीर वर्मा ने बताया कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं तथा 1971 से अब तक की विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए।विधानसभा क्षेत्र ठियोग विधायक राकेश सिंघा ने बताया कि रथ यात्रा के दौरान हिमाचल के इतिहास तथा हिमाचल कैसे, क्यों और किस स्थिति में बना कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी तथा युवाओं को बताया जाना चाहिए।इस अवसर पर नगर निगम शिमला महापौर सत्या कौंडल, अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी कानून एवं व्यवस्था प्रभा राजीव, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रोटोकाॅल विनय धीमान, सहायक आयुक्त उपायुक्त डाॅ. पूनम, समस्त उपमण्डलाधिकारी, परियोजना अधिकारी डीआरडीए संजय भगवती, जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा एवं विभिन्न विभागीय अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित थे।

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