पुलिस पेपर लीक मामले में  अदालत में जल्द चालान होगा पेश 

 

 

हिमाचल पुलिस पेपर लीक मामले में पुलिस की एसआईटी जल्द अदालत में चालान पेश करेगी। शिमला में प्रेस कांफ्रेंस के दाैरान डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में एक सप्ताह के अंदर एसआईटी चार्जशीट दाखिल करेगी। उन्होंने कहा कि इस केस में एसआईटी ने बेहतर काम किया है। पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड शिव बहादुर सिंह को यूपी से एसटीएफ की मदद से गिरफ्तार किया गया । उन्हाेंने कहा कि जाे लाेग पकड़े गए हैं, उनका काम पेपर लीक करना ही था, वे इस काम में प्राेफेशनल हैं। इसमें हिस्ट्रीशीटर और इंजीनियर से लेकर ट्रांसपोर्टर तक का काम करने वाले लाेग शामिल हैं। एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर से अब तक कोई अभ्यर्थी या ऐजेंट गिरफ्तार नहीं किया है, इसकी जांच जारी है।

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पेपर लीक मामले में अब तक 171 लोगों काे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस केस की अभी भी जांच चल रही है। उन्हाेंने एसआईटी के अब तक किए कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि पुलिस अपना काम अच्छे से कर रही है। उन्होंने साफ कहा कि अगर पुलिस पेपर लीक मामले में किसी भी पुलिस अफसर की संलिप्तता पाई जाती है ताे उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई हाेगी।

 

उधर पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले की प्रदेश सरकार ने जांच सीबीआई काे सौंपी है, लेकिन सीबीआई ने अभी तक इसकी जांच शुरू ही नहीं की है। सीबीआई की ओर से सरकार को हां या ना का जवाब नहीं मिला है।

 

बता दें कि पुलिस भर्ती पेपर से संबंधित चैट 24 मार्च की है जो कि बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जबकि इसकी परीक्षा 27 मार्च को थी। 24 मार्च की वॉट्सऐप चैट को रिजल्ट आने के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में वायरल किया गया। अर्की का एक युवक जिसे पेपर खरीदने का ऑफर मिला था, लेकिन उसने पेपर नहीं खरीदा था। जब रिजल्ट आया तो वह युवक रिजल्ट में मेरिट में नहीं आ सका। इसके बाद उस युवक ने ही 24 मार्च का वॉट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसे शुरुआत में पुलिस अफसर गलत बताते रहे। लेकिन बाद में एक के बाद एक कई गिरफ्तारियां इस मामले में हुईं।

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