कांग्रेस ने चुनाव आयोग से हिमाचल में जल्द विधानसभा चुनाव करवाने की मांग


कहा, लंबे समय से एक ही स्थान पर डटे अधिकारियों को तत्काल हटाया जाए

कांग्रेस ने चुनाव आयोग से हिमाचल में जल्द चुनाव करवाने की मांग की है। कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को शिमला में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से हिमाचल में होने वाले चुनावों के संबंध में मिला। कांग्रेस ने कहा कि हिमाचल में सर्दियां शुरू हो गई हैं। अगर चुनाव देरी से करवाए जाते हैं तो इससे किन्नौर, लाहुल स्पिति, चंबा, शिमला और कुल्लू जिला में चुनाव करवाना संभव नहीं होगा। ऐसे में राज्य में जल्द चुनाव करवाना जरूरी है। यही नहीं प्रदेश में जल्द चुनाव करवाने से भाजपा सरकार द्वारा किए जा रहे सरकारी धन के दूरुपयोग को भी रोका जा सकेगा। हिमाचल में भाजपा सरकार अंतिम समय में बड़ी बड़ी घोषणाएं कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है, जबकि इनके लिए बजट का कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है।
कांग्रेस ने एक जगह पर लंबे अरसे से डटे अधिकारियों के तबादले भी तत्काल करने की मांग की। कांग्रेस का कहना था कि ये अधिकारी राजनीतिक एजेंट की तरह काम कर रहे हैं, ऐसे मे इन अधिकारियों को तुरंत बदला जाना चाहिए ताकि राज्य में पारदर्शी तरीके से चुनाव संभव हो। चुनाव आयोग से यह भी मांग की कि विधानसभा चुनावों के लिए इस्तेमाल होने वाली ईवीएम के लिए उचित सुरक्षा कदम उठाए जाए और उनको कड़ी सुरक्षा में रखा जाना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुशांत कपरेट ने कहा है कि कांग्रेस ने हिमाचल में जल्द चुनाव करवाने की मांग की ताकि बर्फबारी वाले इलाकों में चुनाव प्रभावित न हो। इसके साथ ही तीन साल से एक जगह पर डटे अधिकारियों को बदलने और मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने की भी मांग की गई। उन्होंने कहा कि जिन हल्कों में मतदाताओं की संख्या में तेजी से बढ़ौतरी हुई है वहां पर इनकी उचित स्क्रूटनी करवाने का आग्रह आयोग से किया गया है। उन्होंने कहा कि आयोग से फर्जी और डयूल वोटर्स पर भी रोक लगाने का आग्रह किया गया है। देखने में आया है कि कई विधानसभा हल्कों में डबल वोर्टस बनाए गए हैं। प्रतिनिधिमंडल में सुशांत कपरेट के अलावा कांग्रेस महासचिव यशपाल तनाइक और सचिव तरूण पाठक भी शामिल रहे।

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