हिमाचल प्रदेश जलशक्ति विभाग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश सरकार से जल्द जलशक्ति विभाग में करुणामूलक नौकरी हेतु आवेदन कर्ताओं को नौकरी देने की मांग की है। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एलडी चौहान ने कहा कि जलशक्ति विभाग के करुणामूल्क नौकरी हेतु आवेदक लंबे समय से विभाग में नौकरी मिलने की आस लगाए बैठे है और समय रहते नौकरी न मिलने की वजह से अत्यंत निराश है व सरकार के प्रति रोष जता रहे है। जलशक्ति विभाग में वर्तमान में 476 के लगभग करुणामूल्क के मामले विभागीय कमेटी द्वारा स्वीकृत करके प्रदेश सरकार को स्वीकृति हेतु भेजे गए है, जिसमे की 358 मामले चतुर्थ श्रेणी हेतु आवेदन के तथा 118 आवेदन लिपिक/ जेओए के है।
पूरी श्रेणी नही, बल्कि कुछ पद है डाईंग कैडर घोषित : एलडी चौहान
एलडी चौहान ने कहा कि वर्तमान में 168 पद चतुर्थ श्रेणी के रिक्त है, इसके अलावा 8 पद लिपिक श्रेणी के भी रिक्त है, जिन पदों के अधीन प्रदेश सरकार एकमुश्त छूट के तहत आवेदकों को नियुक्ति दे सकती है, क्योंकि जब भी विभाग में डाईंग कैडर घोषित हुआ था तो पूरी श्रेणी ही डाईंग कैडर नही हुई थी बल्कि श्रेणियों के कुछ पदों को डाईंग कैडर कर दिया गया था। एल ड़ी चौहान ने कहा कि वर्तमान सरकार ने एक वर्ष के भीतर हर विभाग के आवेदकों को करुणामूल्क आधार पर नौकरी दी है लेकिन अफसोस कि बात है कि जलशक्ति विभाग के मामलों में कुछ न कुछ आपत्ति दर्शायी जाती है जबकि कैबिनेट सर्वोच्च होती है वो एक मुश्त छूट के तहत कोई भी निर्णय ले सकती है यदि सरकार करने की मंशा में हो।
करुणामूल्क आवेदकों को शीघ्र एकमुश्त छूट के तहत रोजगार सरकार
महासंघ ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनके समक्ष भी उठाया था जिस पर उन्होंने जल्द निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। चौहान ने मुख्यमंत्री से मांग रखी कि जल्द शक्ति विभाग के करुणामूल्क आवेदकों को शीघ्र एकमुश्त छूट के तहत रोजगार दिया जाए ताकि समस्त आवेदक, उनका परिवार जो कि सरकार से खासे रूष्ट है सरकार का सहयोग करने की मंशा बनाये तथा विभाग में रिक्त पड़े पदों को भी भरा जा सके।