नाबार्ड से सिरमौर जिले के लिए पांच सड़क परियोजनाएं मंजूर


नाबार्ड ने हिमाचल प्रदेश के लिए 21 सड़क एवं पुल परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है, जिनमें सिरमौर जिला के लिए पांच सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी ने आज यहां यह जानकारी देते हुए कहा कि सिरमौर जिला के पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के लिए तीन प्रमुख नई सड़कों के निर्माण और एक सम्पर्क मार्ग के सुधारीकरण को नाबार्ड से स्वीकृति मिली है। पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र में एक सड़क के स्तरोन्नयन जबकि रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार से वन स्वीकृति प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब निर्वाचन क्षेत्र में 1049.01 लाख रुपये की अनुमानित लागत से 6.5 किलोमीटर लम्बे राजपुर-कुथियाणा सड़क मार्ग, 739.25 लाख रुपये की अनुमानित लागत से बाता नदी के किनारे सन्तोषगढ़ पुल से फतेहपुर गांव तक 5.6 किलोमीटर लम्बे सड़क मार्ग और 319.01 लाख रुपये की अनुमानित लागत से गोरखुवाला पंचायत घर से दुधला व खरोंला तक 1.83 किलोमीटर लम्बी सड़क को स्वीकृति प्राप्त हुई है।
सुख राम चौधरी ने कहा कि पांवटा साहिब निर्वाचन क्षेत्र में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-07 पर अमरगढ़-जोहड़ों-क्यारदा-जगतपुर-आईपीएच कॉलोनी माजरा तक कुल 8.04 किलोमीटर लम्बे सड़क मार्ग के स्तरोन्नयन एवं सुधार कार्य के लिए भी मंजूरी मिल गई है। इस कार्य पर 1023 लाख रुपये की अनुमानित लागत आएगी।
उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं और इन पर कार्य आरम्भ करने के लिए शीघ्र ही टैंडर प्रक्रिया आरम्भ की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सिरमौर जिले के रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत मधाना गांव से फांदीबोडीवाला वाया जंगलोट सम्पर्क सड़क मार्ग के निर्माण के लिए भी वन स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस सड़क का निर्माण कार्य काफी समय से लम्बित है और उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर केन्द्र सरकार से वन स्वीकृति का मामला उठाया था, जिसके कारण यह मंजूरी प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा कि इस सड़क के बनने से क्षेत्र की 30 पंचायतों के 50 हजार से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा और दिल्ली, अम्बाला, करनाल और जयपुर के लिए रेणुका जी, हरिपुरधार व राजगढ़ से लगभग 50 किलोमीटर कम सफर तय करना पड़ेगा। साथ ही प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा, क्योंकि इस मार्ग से विभिन्न धार्मिक स्थलों की दूरी कम होगी। इसके अलावा, निर्माणाधीन रेणुका बांध परियोजना के लिए भी यह मार्ग सहायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क मार्ग के निर्माण के लिए सभी औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा कर इस पर कार्य आरम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क के बनने से लोगों की लम्बे समय से लम्बित पड़ी मांग पूरी होगी।

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