शिमला
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के लिए आईआईआरडीए पिछले कुछ लंबे समय से सेवाएं दे रहा है। इसी को ध्यान में रखकर
शिमला के शनान में आईआईआरडीए के कार्यलय में चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला ( L-3) में चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। समापन अवसर के मौके पर जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर जोगिन्दर चौहान बतोर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए वही आईआईआरडी के प्रबंधन निर्देशक डा.एल सी शर्मा और आईआईआरडी के एडमिन
सुषमा शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के लिए आईआईआरडी सेवाएं प्रदान कर रहा है आईआईआरडी संस्था को ग्रामीण लाभान्वित लोगों को प्रशिक्षण एवं सहयोग करने के लिए चयन किया गया है
4 दिन तक चले इस प्रशिक्षण शिविर में शिमला के विकासखंड बसंतपुर की 10 पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि मंडल, युवा मंडल एवं महिला मंडल के सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया
प्रशिक्षण प्राप्त करने आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए आईआईआरडी के प्रबंध निदेशक डॉ एल सी शर्मा ने कहा कि समय के साथ-साथ तौर-तरीके बदलने की आवश्यकता है और पानी वैज्ञानिक दृष्टि से भी देखने की आवश्यकता है। उन्होंने पंचायतों से प्रतिभागियों से आवहन किया कि यहाँ से लेने के बाद अपनी अपनी पंचायतों व गांव के लोगों को पानी के महत्व के बारे में जागरूक करे,
वही प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों ने आईआईआरडी दवारा आयोजित इस शिविर को आयोजित करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस प्रशिक्षण शिविर से बहुत कुछ सीखने को मिला है और आने वाले समय में भी इस तरह के प्रशिक्षण शिविर होते रहने चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी वितरित किए गए और उम्मीद जताई के इस प्रशिक्षण शिविर के बाद वे अपनी पंचायतों के लोगों को जागरूक करेंगे