शिमला
गूगल मीट के माध्यम से रविवार को हिमाचल प्रदेश में पंजाब की तर्ज पर कर्मचारी ज्वाइंट फ्रंट बनाने की पहल शुरू हो गई है इसके मद्देनजर आज गूगल मीट के माध्यम से अलग-अलग विभागों के संगठन प्रमुख और उनके कार्यकारिणी के कर्मचारी नेताओं की गूगल मीट के माध्यम से बैठक हुई, जिसमें 15 -16 कर्मचारी संगठनों ने भाग लिया और एकमत से सभी ने कर्मचारी ज्वाइंट फ्रंट बनाने का स्वागत किया। साथ ही हिमाचल प्रदेश में छठा वेतन आयोग हुबहू पंजाब द्वारा लागू किए गए छठे वेतन आयोग की तर्ज पर देने की भी वकालत की।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि जिस तरह से पंजाब में 1-10-2012 के वेतनमान संशोधन मे इनिशियल स्टार्ट के आधार पर कैलकुलेशन करने तथा 2 साल के प्रोग्रेशन पीरियड के बजाय वेतनमान संशोधन की अवधि से ही संशोधित वेतनमान देने की अधिसूचना हुई है और उसी आधार पर छठा वेतन आयोग की गणना की गई है, जिसमें 4-9-14 के लाभ भी पंजाब में दिए गए हैं। इसी आधार पर हिमाचल प्रदेश के कर्मचारी भी हिमाचल में छठा वेतन आयोग चाहते है। साथ ही 16 साल की अवधि से भत्तो को संशोधित नहीं करने का मामला भी बैठक के दौरान कर्मचारी नेताओं द्वारा उठाया गया।
गूगल मीट में मुख्यता जिन विभागों के कर्मचारी नेता उपस्थित रहे और अपनी बात रखी उनमें मुख्यता खेमेंद्र गुप्ता महासचिव एचआरटीसी सर्व कर्मचारी यूनियन, उमेश शर्मा एचआरटीसी इंटक यूनियन, रविंदर अध्यक्ष एग्रीकल्चर यूनियन, कुलदीप सिंह खंरवाड़ा अध्यक्ष इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड यूनियन, हीरा लाल वर्मा महासचिव इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड यूनियन, मनीष गर्ग अध्यक्ष हिमाचल कांटेक्ट रेगुलर यूनियन, अनिल सैन महासचिव, मनोज शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चर एसोसिएशन, रविंद्र कंवर हिमाचल प्रदेश ऑडिटर एसोसिएशन, सचिन जयसवाल चेयरमैन हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ,ममनोज शैल अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश संस्कृत परिषद, दिनेश नेगी अध्यक्ष वेटरनरी डिपार्टमेंट , बलजीत अटवाल स्कूल लेक्चरर एसोशिएशन , नरेश ठाकुर प्राइमरी टीचर फेडरेशन, चितरंजन महंत प्रधान पैरा रेगुलर टीचर एसोशिएशन,भूपेश शर्मा महासचिव पैरा टीचर एसोसिएशन ,बॉबील ठाकु अध्यक्ष पीटीए रेगुलर टीचर एसोसिएशन, के एल नेगी प्रेसिडेंट स्टेट ऑडिट एसोसिएशन, सरोज मेहता पैटर्न हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ, दिनेश महासचिव फॉरेस्ट वेलफेयर एसोसिएशन आदि लोगों ने गूगल मीट को संबोधित किया और अपने विचार रखे इसके अतिरिक्त अलग-अलग विभागों के कर्मचारी नेताओं ने भी अपने विचार सांझा किए तथा शीघ्र ही ऑफलाइन बैठक कर ज्वाइंट फ्रंट के गठन की बात कही, जिससे कर्मचारियों के सभी मुद्दों को ज्वाइंट फ्रंट के माध्यम से सरकार तक पहुंचा सके।
छठे वेतन आयोग को पंजाब के आधार पर दोबारा से शीघ्र अधिसूचित करने की मांग
गूगल मीट के माध्यम से सभी नेताओं ने एक स्वर में सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए छठे वेतन आयोग को हूबहू पंजाब के आधार पर दोबारा से शीघ्र अधिसूचित करने की मांग भी की। साथ ही साथ भत्तो की अधिसूचना भी साथ ही करने की पेशकश की गई ।
इस गूगल मीट को हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान द्वारा ऑर्गेनाइज किया गया था। उन्होंने कहा की इस बैठक के बहुत ही अच्छे परिणाम सामने आए हैं और कहा कि वे कल शाम को फिर से गूगल मीट के माध्यम से कर्मचारी साथियों से चर्चा करेंगे उसके बाद जल्द ही ऑफलाइन बैठक आयोजित कर कार्यकारिणी का विस्तार करके ज्वाइंट फ्रंट के बैनर तले सरकार को मेमोरेंडम देंगे और उसमें सरकार को एक अल्टीमेटम दिया जाएगा। यदि समय रहते सरकार ने ककर्मचारियों की उक्त मांगों पर शीघ्र अधिसूचना जारी नहीं की, तो हिमाचल प्रदेश के लाखों कर्मचारी सड़कों पर लामबंद होंगे।